पोम्पियो ने बोल्टन को ‘देशद्रोही’ बताया, बुक में ट्रंप पर कांड़ करने के आरोप, नहीं बताया राष्ट्रपति पद के लायक

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वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन को ‘देशद्रोही’ करार दिया, जिन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक पुस्तक में गंदा कृत्य का आरोप लगाया है और कहा है कि वह राष्टपति के पद के लिए फिट नहीं बैठते हैं। बोल्टन को गलत बताने वालों में एक और नाम जोड़ते हुए पोम्पियो ने एक बयान में कहा, ‘यह दुखद और खतरनाक दोनों है कि जॉन बोल्टन की अंतिम सार्वजनिक भूमिका एक गद्दार की है जिन्होंने अपने लोगों के साथ एक पवित्र विश्वास का उल्लंघन करके अमेरिका को नुकसान पहुंचाया।’

ट्रंप और ट्रंप प्रशासन को जब से मालूम पड़ा है कि बोल्टन एक बुक को रिलीज करना चाहते हैं, इसको लेकर देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। बोल्टन पर मामला दर्ज किए जाने से लेकर सख्त अंजाम भुगतने की धमकी के बाद भी बुक में कई बड़े खुलासे पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा किए जा रहे हैं, जिनमें ट्रंप पर गंदा कांड करने का भी आरोप है। वहीं, इस बुक में ट्रंप के चीन से 2020 चुनाव जीताने को लेकर भी कई दावे किए गए हैं। जिसे कोई स्वीकार नहीं कर रहा है।

चीन से चुनाव जीताने की चर्चा

पूर्व राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का दावा है कि डोनाल्‍ड ट्रंप ने आने वाले चुनाव में जीतने के लिए चीन से मदद मांगी है। इस किताब में ही उन्‍होंने इस बात का खुलासा किया है कि ट्रंप ने 2020 में राष्‍ट्रपति का चुनाव जीतने के लिए शी चिनफिंग से मदद की गुहार लगाई है। इस किताब को लेकर ट्रंप प्रशासन में हड़कप भी मचा हुआ है। इसमें उन्‍होंने ये भी लिखा है कि ट्रंप ने जून 2019 में एक शिखर सम्मेलन में शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्‍होंने चिनफिंग से चुनाव को लेकर बातचीत की थी। । इस दौरान उन्‍होंने शी से पूछा था कि चीन किस तरह से अमेरिका में चुनावी प्रचार अभियान को प्रभावित कर सकता है। उन्‍होंने सीधेतौर पर शी चिनफिंग से उन्‍हें जिताने की अपील की थी।

वहीं, ट्रंप किताब को बाहर नहीं आने देना चाहते। फॉक्‍स न्‍यूज को दिए इंटरव्‍यू में ट्रंप ने यहां तक कहा है कि बोल्‍टन ने नियम और कानूनों का उल्‍लंघन करते हुए किताब में कई ऐसी चीजें लिखी हैं जिन्‍हें नहीं लिखना चाहिए था। बोल्टन ने अपनी किताब में दावा किया है कि ट्रंप ने चीन से ट्रेड वॉर खत्म करने और पश्चिम चीन में उइगर मुस्लिमों के लिए कन्सन्ट्रेशन कैंप बनाने की पेशकश तक कर डाली। उन्‍होंने अपनी किताब में कई ऐसे खुलासे किए हैं जिनकी बदौलत ट्रंप को आलोचना का शिकार होना पड़ा है।

बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉन बोल्टन को बुक रिलीज रोकने की चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि वे नहीं मानें तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को भी अमेरिकी न्‍याय विभाग ने उनके आगामी व्हाइट हाउस संस्मरण के प्रकाशन को रोकते हुए एक न्यायाधीश से एक आपातकालीन आदेश मांगा है। आपको बता दें कि बोल्‍टन राष्‍ट्रपति ट्रंप के बेहद करीबी रह चुके हैं। सितंबर 2019 में ट्रंप ने उन्‍हें आपसी मतभेदों के बाद बाहर कर दिया था। मौजूदा समय में भी ट्रंप उनकी वजह से परेशान थे। इसकी वजह बनी है बोल्‍टन की लिखी एक किताब।