ताइवान ने चीन को किसी भी हिमाकत के प्रति किया आगाह, कहा- अपनी सुरक्षा को पूरी तरह तैयार

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ताइपे। चीन की ओर से हमले के बढ़ते खतरे के मद्देनजर ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने कहा है कि उनका देश अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है। चीन की ताइवान स्ट्रेट में चार सितंबर तक कभी भी युद्धाभ्यास की घोषणा के बाद ताइवान की राष्ट्रपति ने यह बयान दिया है। समुद्र से घिरे देश में एफ-16 लड़ाकू विमान के रखरखाव केंद्र का उद्घाटन करते हुए साई ने कहा कि हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि अपने देश की सुरक्षा का हमारे भीतर कितना मजबूत जज्बा है।

विदित हो कि चीन दावा करता है कि ताइवान उसका हिस्सा है। इसी के चलते वह ताइवान की किसी भी अंतरराष्ट्रीय गतिविधि का विरोध करता है और उसकी राह रोकता है। चीन ने घोषणा की है कि वह ताइवान स्ट्रेट के उत्तर में 28 अगस्त से 4 सितंबर तक कभी भी मिलिटरी मिशन नाम से युद्धाभ्यास करेगा। खतरा इस बात का है कि युद्धाभ्यास के नाम पर चीन ताइवान पर हमला कर सकता है।

हाल के वर्षों की ताइवान की गतिविधियों से चीन बुरी तरह से बौखलाया हुआ है लेकिन ताइवान के पीछे अमेरिका के खड़े होने की वजह से कुछ नहीं कर पाता है। हाल में ताइवान के अमेरिका के साथ बढ़े सैन्य संबंधों और रक्षा सौदों के चलते चीन ज्यादा परेशान है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीन की संप्रभुता की रक्षा के लिए ताइवान स्ट्रेट के सुरक्षा हालात पर गौर करना और जवाब देना जरूरी हो गया है।

ताइवान ने हाल ही में अमेरिका के साथ 66 एफ-16 लड़ाकू विमानों के आधुनिक संस्करण की खरीद के लिए सौदा किया है। ताइवान की वायुसेना के पास एफ-16 लड़ाकू विमानों की फ्लीट पहले से ही है। साई ने कहा है कि ताइवान अपनी सुरक्षा क्षमता को बढ़ा रहा है। वह हथियारों के निर्माण के घरेलू उद्योग भी स्थापित कर रहा है। यह ताइवान की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।