लंदन, ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जेम्स ब्रोकन शायर ने शुक्रवार को कहा रूसी हैकर्स द्वारा कोविड-19 वैक्सीन का डेटा चोरी करने के प्रयास का अपराध अस्वीकार्य है। ब्रिटेन के राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी सेंटर (Britain National Cyber Security Centre, NCSC) ने गुरुवार को बताया कि रूस समर्थित हैकरों ने दुनिया भर के अकेडमिक और फर्माक्यूटिकल संस्थानों से कोविड-19 वैक्सीन और इसके इलाज से जुड़े शोधों के डेटा को चुराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि रूस के इस प्रयास से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ।
आरोपों को रूस ने किया खारिज
ब्रिटेन के नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर ने कहा है कि रूस के हैकर्स उन संगठनों को निशाना बना रहे हैं, जो कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि रूस ने लंदन के आरोपों को खारिज किया है। ब्रोकनशायर ने स्काई न्यूज को बताया, ‘रूसी खुफिया एजेंसियों के समर्थन से हैकर्स द्वारा किया गया यह अपराध अस्वीकार्य है।’
रूस में कोविड-19 के हालात
बता दें कि रूस में मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को 12 हजार के पार चला गया। देश में पिछले 24 घंटों में 186 नए मौत के मामले आए। वहीं देश के कोरोना वायरस आपदा प्रबंधन केंद्र ने 6 हजार से अधिक संक्रमण के नए मामलों को दर्ज किया। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले 7 लाख 59 हजार 2 सौ 3 हो गए हैं। दुनिया भर के देशों में रूस चौथे स्थान पर है। देश में मौत के मामले 12 हजार 1 सौ 23 हो गए हैं। रूस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अब तक देश में कुल 5 लाख 39 हजार 3 सौ 73 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
चोरी के प्रयास में रूसी खुफिया एजेंसी का सपोर्ट
NCSC का दावा है कि हैकर्स अपना काम निश्चित रूप से रूसी खुफिया सेवा के समर्थन से कर रहे हैं। NCSC का कहना है कि हैकर्स ग्रुप ने मालवेयर इस्तेमाल करके कोविड-19 वैक्सीन से जुड़ी जानकारियां चुराने का प्रयास किया। NCSC के निदेशक पॉल चिचेस्टर ने इसे घिनौना बताया है। रायटर्स के अनुसार ब्रिटेन के अलावा अमेरिका और कनाडा ने भी रूस पर आरोप लगाए हैं। तीनों देशों का दावा है कि सरकार द्वारा समर्थित रूसी हैकर्स कोविड-19 वैक्सीन के शोध में जुटे मेडिकल संगठनों और यूनिवर्सिटीज पर साइबर हमले कर रिसर्च चुराने की कोशिश कर रहे हैं।