देश और दुनिया की निगाहें इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) पर टिकी हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली द्वारा राज्य संघों को लिखे पत्र के बाद आइपीएल की उम्मीद बढ़ गई है। गांगुली का पत्र मप्र क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) को भी मिला है, लेकिन फिलहाल एमपीसीए आइपीएल नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट की तैयारियों के बारे में सोच रहा है।
गांगुली ने दो दिन पहले एमपीसीए सहित सभी राज्य संघों को पत्र लिखकर क्रिकेट सत्र जल्द शुरू करने के संदर्भ में चर्चा की थी। उन्होंने बताया था कि बीसीसीआइ अपनी योजनाओं पर काम कर रहा है और जल्द ही इस बारे में सभी को सूचित किया जाएगा। इसी में दर्शकों के बिना आइपीएल कराने की बात भी थी।
सितंबर-अक्टूबर में IPL कराने की योजना
इस बारे में एमपीसीए का कहना है कि वास्तविकता यह है कि अभी आइपीएल के बारे में कोई भी बात करना जल्दबाजी होगी। अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में खाली विंडो मिलने पर सितंबर-अक्टूबर में लीग हो सकती है। अभी इसमें काफी वक्त है। फिलहाल हमारा पूरा ध्यान घरेलू क्रिकेट की तैयारियां शुरू करने पर है। हमसे कहा गया है कि बीसीसीआई क्रिकेट दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया बना रहा है, जिसके बारे में जल्द सूचित किया जाएगा।
एमपीसीए सचिव संजीव राव से पूछने पर उन्होंने कहा “फिलहाल हम अपनी घरेलू क्रिकेट की गतिविधियां शुरू करने की चिंता कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण योजनाएं गड़बड़ा गई हैं। नए कोच चंद्रकांत पंडित के साथ कोचिंग कैंप शुरू करना था, जो नहीं हो सका।”
यह पूछने पर कि क्या खुले मैदान में अभ्यास शुरू करने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है तो
उन्होंने कहा “अभी आधिकारिक रूप से प्रशासन से कोई संपर्क नहीं किया है। हम जानते हैं कि अनुमति मिल भी गई तो दूसरे शहरों से खिलाड़ियों को कैसे बुलाएंगे। पेचीदगियां ज्यादा हैं। फिलहाल 30 जून के पहले क्रिकेट गतिविधियां शुरू करने की संभावना नजर नहीं आ रही।”