नई दिल्ली : गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मैच खराब व्यवस्था के कारण बिना कोई गेंद फेंके रद हो गया। टॉस निर्धारित समय पर हो गया था, जिसे भारत के कप्तान विराट कोहली ने जीतकर पहले गेंदबाजी करने फैसला किया था, लेकिन इसके बाद बारिश आने की वजह से मैच में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मैच को रद घोषित कर देना पड़ा। सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार को इंदौर में होगा।
बारिश थमने के बाद पिच पर कुछ गीले स्थान बन गए थे। पिच को खेलने लायक बनाने के लिए जिन चीजों का इस्तेमाल किया गया, वो शायद क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ होगा।
अंपायरों ने स्थानीय समयानुसार नौ बजकर 30 मिनट में आखिरी बार निरीक्षण करने के बाद मैच रद करने का फैसला किया, जिससे बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में स्टेडियम में मौजूद दर्शक निराश हो गए। लेकिन, पिच को तैयार करने के लिए मैदानकर्मियों ने गजब तरीके निकाले।
मैदानकर्मियों ने मैच रेफरी और अंपायरों से सलाह मशविरा करने के बाद पिच को सुखाने के लिए पहले वैक्यूम क्लीनर का प्रयोग शुरू किया। वैक्यूम क्लीनर से बात नहीं बनते देख, फिर हेयर ड्रायर व स्टीम आयरन (कपड़ों पर जिससे प्रेस की जाती है) का प्रयोग करना पड़ा।
टॉस के करीब 10 से 12 मिनट के बाद से थोड़ी-थोड़ी बारिश शुरू हो गई। कुछ ही देर में बारिश बढ़ती गई तो पिच और गेंदबाजों के रनरअप के हिस्से को कवर से ढक दिया गया। बाद में बारिश बंद हो गई और पिच से कवर हटाए गए तो सब खराब हो गया, क्योंकि पिच के कुछ हिस्सों पर पानी गिर गया। लेकिन सवाल यह है कि जब पिच को कवर से ढक दिया गया था तो पिच पर पानी कैसे गया।
क्या पिच पर ढके कवर की दरी फटी हुई थी। जब बारिश इतनी नहीं हुई तो इसके बाद भी मैदानकर्मी पिच को सुखा तक नहीं पाए। मैदानकर्मी बारिश के बंद होने के बाद लगभग दो घंटे तक पिच को खेलने लायक बनाने के लिए काम करते रहे। लेकिन, उन्हें सफलता नहीं मिल सकी, जबकि नए स्टेडियम में आधुनिक तकनीक की सुविधाएं होनी चाहिए थीं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खराब व्यवस्था के चलते रद करना पड़ा। इससे बीसीसीआइ पर भी सवाल खड़ा हो गया कि दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के राज्यों संघों के पास अच्छी तकनीक वाले उपकरण क्यों नहीं है।