नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को भारत और बांग्लादेश (India vs Bangladesh) के बीच पहले टी20 मैच में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा. यह टीम इंडिया की बांग्लादेश के खिलाफ पहली टी20 हार थी. इस हार को कारणों पर चर्चा करते हुए रोहित ने कहा कि उनकी टीम ने अपनी क्षमताओं के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया.
टीम इंडिया के मिली हर विभाग में मात
इस मैच में टीम इंडिया टॉस हार पहले 20 ओवरों में छह विकेट खोकर केवल 148 रन ही बना सकी. बांगलादेश की टीम ने 149 के लक्ष्य को तीन गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया. मैच में बांग्लादेश के लिए मुश्फिकुर रहीम ने तूफानी 60 रन को योगदान देकर अपनी टीम को जीत दिलाई. इस मैच में बांग्लादेश के गेंदबाजों का भी प्रदर्शन भारतीय गेंदबाजों से बेहतर रहा.
सामने कौन है, हम यह नहीं देखते- रोहित
मैच के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए रोहित ने कहा, “हम खेलते समय यह नहीं देखते कि विरोधी टीम कौन सी है. हमारा ध्यान हमारे काम पर होता है जो कि मैदान पर आकर वह करना है जो हमें करना चाहिए. हमारे लिए यह मायने नहीं रखता कि सामने कौन है. बेशक हम विरोधी टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी का ध्यान तो रखते हैं, लेकिन विरोधी टीम पर बहुत ज्यादा ध्यान रखना अच्छा नहीं होता.”
इसमें रहे नाकाम
रोहित ने मैच में टीम के नजरिए के बारे में बात करते हुए कहा “मैं यह नहीं कहूंगा कि हमने उन्हें हलके में लिया. जब हम मैदान में उतरते हैं तो रिकॉर्ड नहीं देखते, हम केवल इस नए मैच की तरह देखते हैं और चाहते हैं कि वह मैच जीतें इसके लिए हम अपनी क्षमताओं को पूरा उपयोग करते हैं जिसमें हम नाकाम रहे.”
क्या विराट की कमी खली टीम इंडिया को
इस सीरीज में टीम इंडिया के नियमित कप्तान विराट कोहली को आराम दिया गया है. विराट को अनुपस्थिति क बारे में रोहित ने कहा, “बेशक वे हमारे लिए बड़े खिलाड़ी हैं, जब भी वे नहीं खेलते है उनकी भरपाई करना कठिन होता है.”
रीव्यू गंवाने में पंत की भूमिका
मैच के 10वें ओवर में टीम इंडिया ने रीव्यू लिया था जब युजवेंद्र चहल की गेंद पर पंत को भरोसा था कि सौम्य सरकार ने कैच दिया है. इस रीव्यू को गंवाने पर रोहित ने कहा, जब आप सही पोजीशन में नहीं होते हैं, तो आपको अपने गेंदबाजो और विकेटकीपर पर भरोसा करना होता है, पंत अब भी युवा हैं उन्होंने 10-12 टी20 इंटरनेशनल भी नहीं खेले हैं. उन्हें अभी इस तरह की चीजों को समझना है. यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या वे अभी इस तरह के फैसले ले सकेंगे या नहीं. हमें उन्हें और गेंदबाजों को समय देना होगा”