ऑकलैंड : वनडे सीरीज के पहले मैच में गेंदबाजी और फील्डिंग में कमियां सामने आने के बाद भारतीय टीम अब उनसे उबरकर न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार को दूसरे वनडे मुकाबले में उतरेगी। टी-20 सीरीज में 5-0 से जीतने के बाद भारतीय टीम को तीन वनडे मैचों के पहले ही मैच में चार विकेट से हार मिली थी। न्यूजीलैंड ने वनडे क्रिकेट में अपने सबसे बड़े लक्ष्य (348) का पीछा करते हुए जीत दर्ज की थी। ईडन पार्क मैदान छोटा है और यहां पर टीम इंडिया के लिए वापसी सबसे बड़ी चुनौती होगी।
वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की तरह यहां भी वापसी की चुनौती : न्यूजीलैंड ने ऑकलैंड में दोनों टी-20 मैचों में पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन भारत ने अलग-अलग हालात में बखूबी लक्ष्य का पीछा किया। वनडे सीरीज में मेहमान भारी थे लेकिन हैमिल्टन में हुए पहले वनडे में भारतीय टीम जीत नहीं हासिल कर सकी। भारतीय टीम ने वैसे वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच हारने के बाद वापसी करके हाल ही में वनडे सीरीज जीती है और यहां भी उसके इरादे ऐसा ही कुछ करने के होंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में भारत को वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
करना होगा फील्डिंग में सुधार : न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने पहले वनडे में भारत पर पूरी तरह से दबाव बनाया और भारतीय गेंदबाजों के पास उसका कोई जवाब नहीं था। पहले वनडे में विकेट की तलाश में कप्तान विराट कोहली ने बार-बार जसप्रीत बुमराह पर ही भरोसा किया। भारत को बुमराह पर इस अत्याधिक निर्भरता से बचना होगा। भारतीय क्षेत्ररक्षण भी पिछले मैच में लचर था। चेन्नई, मुंबई और हैमिल्टन में हर जगह हार का अहम कारण लचर क्षेत्ररक्षण ही रहा। बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज के बाद से भारत के क्षेत्ररक्षण का स्तर गिरा है और टीम को मिलकर इसमें सुधार करना होगा।
अंतिम-11 में दिख सकते हैं बदलाव : भारतीय टीम ने शुक्रवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग लिया। नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर दोनों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी की। ठाकुर टी-20 मैच में महंगे साबित हुए थे और पहले वनडे में भी कुछ खास नहीं कर सके। भारत उनकी जगह सैनी को उतार सकता है। इसके अलावा टीम में केदार जाधव की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। चयनकर्ताओं ने टीम में संतुलन के लिए उन्हें अंतिम एकादश में रखा लेकिन कोहली ने हैमिल्टन में उनसे एक भी ओवर नहीं कराया। शायद छोटी बाउंड्री की वजह से ऐसा किया गया लेकिन यहां तो मैदान और भी छोटा है। ऐसे में शिवम दुबे या मनीष पांडे को उतारना बेहतर होगा। सलामी बल्लेबाजों की भूमिका में एक बार फिर मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ दिखेंगे। दोनों बल्लेबाजों से टीम प्रबंधन को इस बार अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदें होंगी।
कीवी टीम में भी होंगे बदलाव : न्यूजीलैंड के लिए टी-20 सीरीज में हार के बाद टीम में बदलाव सुखद रहा। टॉम लाथम ने मध्य क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी की। हेनरी निकोल्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। रॉस टेलर अपने फॉर्म को बरकरार रखना चाहेंगे, जिन्होंने पहले वनडे में शानदार शतक जड़ा था। कप्तान केन विलियमसन फिटनेस कारणों से बाहर हैं, जबकि स्कॉट कुगलेइजन बीमार होने के कारण नहीं खेल सकेंगे। ईश सोढ़ी की जगह छह फुट आठ इंच लंबे काइली जेमिसन को उतारा जाएगा।
टीमें :
भारत- विराट कोहली (कप्तान), पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल (विकेटकीपर), मनीष पांडे, रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्रा सिंह चहल, मुहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी।
न्यूजीलैंड- टॉम लाथम (कप्तान व विकेटकीपर), मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर, कोलिन डि ग्रैंडहोम, जिमी नीशाम, स्कॉट कुगलेइजन, टॉम ब्लंडेल, हेनरी निकोल्स, मिशेल सेंटनर, हैमिश बेनेट, ईश सोढ़ी, टिम साउथी, काइली जेमिसन, मार्क चैपमैन।
नंबर गेम:
-108 वनडे अब तक दोनों देशों के बीच खेले गए हैं। भारत ने 55, न्यूजीलैंड ने 47 जीते, जबकि एक मैच टाई और पांच बेनतीजा रहे।
– 8 वनडे अब तक दोनों देशों के बीच ऑकलैंड के ईडन पार्क में हुए हैं। भारत ने यहां तीन जीते जबकि चार हारे हैं। एक मुकाबला टाई रहा है।
– 5 पिछले वनडे ईडन पार्क में खेले गए हैं, उनमें पहले बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 258 का रहा है।
– 5 नंबर पर अब तक दो पारियों में केएल राहुल ने बल्लेबाजी की। इस दौरान उन्होंने 116 गेंद में 144.82 के स्ट्राइक रेट से 168 रन बनाए हैं।