नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के बीच दुनियाभर में आयोजित हो रहीं खेल प्रतियोगिताओं में से अधिकांश की तरह इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का 2020 संस्करण बिना प्रशंसकों के साथ होगा। प्राथमिक तौर पर तो यही सामना आया है कि आइपीएल में इस बार क्राउड का तड़का नहीं लगेगा। ऐसे में आइपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के सीईओ वेंकी मैसूर ने कहा है कि इस साल आइपीएल एक अलग टूर्नामेंट की तरह होगा।
केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने कहा कि इस साल होने वाला आइपीएल पिछले बार हुए टी20 टूर्नामेंट के संस्करण से काफी अलग होगा, जो खिलाड़ियों पर असर डाल सकता है। उन्होंने लाइव चैट के दौरान कहा, “मुझे लगता है कि यह कहना सुरक्षित है कि यह बहुत अलग होगा। आइपीएल में खिलाड़ियों को पहली बार भीड़ का अनुभव नहीं होगा।” मैसूर ने वो उदाहरण भी दिया है, जिसकी वजह से उनकी टीम के दमदार ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने तूफानी पारी खेली थी।
मैसूर ने केकेआर के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल का उदाहरण दिया, जिनकी 19 गेंदों में 49 रन की शानदार पारी के दम पर पिछले साल केकेआर ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपना सीज़न ओपनर जीता था। मैसूर ने कहा कि रसेल की पारी में भीड़ की बड़ी भूमिका थी। मैसूर ने बताया, “पिछले साल हम सनराइजर्स के खिलाफ एक मैच खेल रहे थे और यह एक असंभव स्थिति थी। भुवनेश्वर कुमार की सबसे अच्छी डेथ बॉलर्स में से एक बॉलिंग थी और वह (आंद्रे रसेल) मैदान पर गए।”
उन्होंने कहा, “यह आंद्रे रसेल का दिन था और वह उसे अलग ले गए। एक शॉट था जिसे उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर धीमी गेंद पर खेला था। वह मुश्किल से उस तक पहुंच सका, लेकिन उसने इसे छक्के के लिए मारा। मैंने उनसे खेल के बाद पूछा कि वह शॉट क्या था। उसने कहा, यार मैं नहीं जानता। जब मैं उस तरह खेल रहा होता हूं, तो भीड़ दिखाई देती है। जब मैंने उस शॉट को मारा, उसके बाद जिस तरह से भीड़ ने प्रतिक्रिया दी, मुझे अपनी आंखों में आंसू दिखे थे। यह खिलाड़ियों पर भीड़ का प्रभाव है।”