नई दिल्ली। कोरोना महामारी की लगातार गंभीर होती स्थिति और लुढ़कती अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर एनडीए सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कोरोना मरीजों का आंकड़ा 20 लाख के पार होने के बावजूद इस चुनौती से निपटने में सुस्ती को लेकर उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लिया।
राहुल गांधी ने कहा- 20 लाख का आंकड़ा पार, गायब है मोदी सरकार
कोरोना महामारी से निपटने की रणनीति में दूरदर्शिता के अभाव का बार-बार सवाल उठाते रहे राहुल गांधी ने 21 दिन पहले मरीजों का आंकड़ा बढ़ने की दी गई अपनी चेतावनी के सही साबित होने का आइना दिखाते हुए सरकार पर तंज कसा। राहुल ने अपने ट्वीट में कहा ’20 लाख का आंकड़ा पार, गायब है मोदी सरकार।’ इसके साथ 17 जुलाई के अपने ट्वीट को भी टैग किया जिस दिन कोरोना मरीजों की संख्या 10 लाख पहुंच गई थी। इसमें राहुल ने आशंका जताई थी कि इसी तेजी से कोविड-19 फैला तो देश में 10 अगस्त तक 20 लाख से ज्यादा संक्रमित मरीज होंगे। उनके इस आकलन से चार दिन पहले ही कोरोना मरीजों का आंकड़ा 20 लाख को पार कर गया है।
अर्थव्यवस्था और रोजगार की बिगड़ती हालत: राहुल गांधी
वहीं, अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति में लोगों का भरोसा कमजोर होने के रिजर्व बैंक के ताजा विश्लेषण का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि आरबीआइ देश के मूड को उजागर कर रहा है। जनता का विश्वास इस समय सबसे निचले स्तर पर है। जबकि असुरक्षा और भय की मन:स्थिति अब तक के अपने शिखर पर है। रिजर्व बैंक के डाटा विश्लेषण आकलन का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था और रोजगार के मोर्चे पर और भी बुरी खबरों के लिए तैयार रहना होगा।