भोपाल। मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे बुजुर्ग नेता बालेंदु शुक्ल 12 साल बहुजन समाज पार्टी और भाजपा में रहने के बाद फिर कांग्रेस में लौट आए हैं। वह स्व. माधवराव सिंधिया के बाल सखा हैं। शुक्ल के साथ शुक्रवार को ही समाजवादी पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़े रिटायर्ड डीएसपी सुरेश सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। दोनों नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के सरकारी निवास पर सदस्यता ग्रहण की।
ज्योतिरादित्य से संबंध अच्छे नहीं रहे बालेंदु के
माधवराव सिंधिया के निधन के बाद बालेंदु शुक्ल के ज्योतिरादित्य सिंधिया से संबंध ठीक नहीं रहे। सिंधिया की वजह से उन्होंने कांग्रेस छोड़ी व 2008 विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। इसके बाद वे भाजपा में चले गए जहां शिवराज सरकार ने उन्हें राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष का बनाया। हाल ही में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली तो बालेंदु शुक्ल को कांग्रेस में लाने के लिए सिंधिया के समर्थक रहे रामनिवास रावत जैसे नेताओं ने कवायद शुरू की।
ब्राह्मण नेताओं को एकजुट कर रही है कांग्रेस
बालेंदु शुक्ल 73 साल के हैं और उनकी कांग्रेस में 12 साल बाद वापसी हुई है। ग्वालियर और चंबल संभागों में कांग्रेस ब्राह्मण वोट के लिए नेताओं को एकत्रित कर रही है और इसी कड़ी में बालेंदु शुक्ल को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई है।
सपा नेता सुरेश सिंह भी कांग्रेस में शामिल
शुक्ल के अलावा कांग्रेस में आने वाले दूसरे नेता रिटायर्ड डीएसपी सुरेश सिंह हैं जिन्हें समाजवादी पार्टी ने मेहगांव से टिकट दिया था। हालांकि वे हार गए थे।
बालेंदु शुक्ल और सुरेश सिंह को सदस्यता दिलाने के कार्यक्रम में कांग्रेस के कई नेता थे
बालेंदु शुक्ल और सुरेश सिंह को सदस्यता दिलाने के कार्यक्रम में मप्र विस के पूर्व स्पीकर एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ व लाखन सिंह यादव, रामनिवास रावत, प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर आदि मौजूद थे।