हर पति के मन की इच्छा होती है कि वह अपनी पत्नी को हर खुशी दें. चाहे वह नेता हो, अभिनेता हो या आम आदमी. हर व्यक्ति अपनी पत्नी के जन्मदिन और शादी की सालगिरह को विशेष बनाने के लिए प्रयासरत रहता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाने जा रहे हैं आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान.
आज 10 जून को सीएम शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी और किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष साधना सिंह चौहान का जन्मदिन है. सीएम शिवराज अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के जन्मदिन को खास बनाने के लिए प्रदेश की सवा करोड़ बहनों के चेहरे पर मुस्कान देकर पत्नी साधना को अनमोल तोहफा देने जा रहे हैं.
महिला के वोट बैंक पर है फोकस
बता दें कि मध्यप्रदेश में यह चुनावी साल है. इस साल के अंतिम महीनों में मध्यप्रदेश में विधानसभा का चुनाव होना है. चुनावों के लेकर दोनों ही प्रमुख दल भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है. दोनों ही पार्टी प्रदेश की आधी आबादी पर फोकस कर रही है. बीजेपी ने प्रदेश के आधी आबादी यानी महिलाओं को साधने के लिए लाडली बहना योजना लांच की है.
इस योजना के तहत आज प्रदेश की सवा करोड़ महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए आएंगे. तो इधर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी बीजेपी की लाडली बहना योजना के एवज में नारी सम्मान योजना लाई है. जिसके तहत कांग्रेसियों द्वारा फार्म भी भरे जा रहे हैं.
इसलिए खास है 5 मार्च और 10 जून
मध्यप्रदेश के लिए पांच मार्च और 10 जून अहम तारीखें हो गई है. पांच मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिन आता है. सीएम शिवराज ने अपने जन्मदिन के मौके पर महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना योजना की घोषणा की थी. योजना के तहत 25 मार्च से फार्म भरने की शुरुआत हुई थी. इस प्रक्रिया के बाद सीएम शिवराज ने 10 जून की तारीख चुनी. इस दिन महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए आएंगे.
मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के लिए 10 जून की तारीख इसलिए अहम है, क्योंकि आज 10 जून को उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान का जन्मदिन है. अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के जन्मदिन को खास बनाने के लिए सीएम शिवराज ने लाडली बहना योजना के तहत राशि डालने के लिए आज की तारीख चुनी है.
किस जिले में कितनी लाडली बहनें
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत भोपाल संभाग के भोपाल जिले में 2 लाख 78 हजार 133 लाडली बहनें है, जबकि रायसेन में 2 लाख 18 हजार 280, राजगढ़ में 2 लाख 63 हजार 651, सीहोर में 2 लाख 13 हजार 311 और विदिशा जिले में 2 लाख 42 हजार 758, भिण्ड जिले में 2 लाख 71 हजार 673, मुरैना में 2 लाख 92 हजार 179 और श्योपुर जिले में 96 हजार 266, ग्वालियर संभाग के ग्वालियर जिले में 2 लाख 73 हजार 82, अशोकनगर में एक लाख 38 हजार 918, दतिया में एक लाख 30 हजार 668, गुना में 2 लाख 2 हजार 784 और शिवपुरी जिले में 2 लाख 46 हजार 734,
नर्मदापुरम जिले में एक लाख 86 हजार 979, बैतूल में 2 लाख 42 हजार 532, हरदा जिले में 81 हजार 607, इंदौर संभाग के इंदौर जिले में 3 लाख 91 हजार 443, अलीराजपुर में एक लाख 11 हजार 672, बड़वानी में 2 लाख 17 हजार 284, बुरहानपुर में एक लाख 14 हजार 354, धार में 3 लाख 32 हजार 307, झाबुआ में एक लाख 82 हजार 174, खंडवा में एक लाख 89 हजार 782 और खरगोन जिले में 2 लाख 81 हजार 362, जबलपुर जिले में 3 लाख 48 हजार 695, बालाघाट में 3 लाख 29 हजार 440, छिंदवाड़ा में 3 लाख 54 हजार 686, डिण्डोरी में एक लाख 17 हजार 7, कटनी में 2 लाख 14 हजार 268.
मण्डला में एक लाख 83 हजार 232, नरसिंहपुर में एक लाख 92 हजार 905 और सिवनी जिले में 2 लाख 44 हजार 523, रीवा जिले में 3 लाख 61 हजार 265, सतना में 3 लाख 23 हजार 483, सीधी में एक लाख 82 हजार 121, सिंगरौली जिले में एक लाख 71 हजार 64, सागर जिले में 3 लाख 62 हजार 903, छतरपुर में 2 लाख 82 हजार 253, दमोह में 2 लाख 22 हजार 552, निवाड़ी में 69 हजार 644, पन्ना में एक लाख 55 हजार 893 और टीकमगढ़ जिले में एक लाख 85 हजार 760.
शहडोल संभाग के शहडोल जिले में एक लाख 68 हजार 428, अनूपपुर जिले में एक लाख 15 हजार 726 और उमरिया जिले में 94 हजार 713, उज्जैन जिले में 3 लाख 2 हजार 117, आगर.मालवा में 99 हजार 797, देवास में 2 लाख 45 हजार 455, मंदसौर में 2 लाख 37 हजार 421, नीमच में एक लाख 42 हजार 2, रतलाम में 2 लाख 26 हजार 378 और शाजापुर जिले में एक लाख 54 हजार 20 बहनें हैं, जिन्हें लाभ मिलना है. कुल मिलाकर प्रदेश में सवा करोड़ से अधिक बहनों को योजना का लाभ मिलेगा.