रायपुर. जिले में स्वास्थ विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट में 11 कोरोना पॉजिटिव बताए गए हैं, जबकि जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों का दावा है कि सिर्फ मिले हैं। जिले में मिले कोरोना संक्रमित मरीजों में 4 स्वास्थ्य कर्मी एक आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) का जवान शामिल है, जो आमासिवनी में पदस्थ था।
जवान को माना सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले भी एक जवान कोरोना संक्रमित पाया गया था। संभावना जताई जा रही है कि पीड़ित जवान के संपर्क में आकर संक्रमित हुआ है।
भवानी नगर, पुलिस लाइन कालीबाड़ी, चौरसिया कॉलोनी, सदर, मठपुरैना, महादेव घाट, कांशीराम नगर और टाटीबंध स्थित लोटस वैली से अन्य कोरोना संक्रमित मिले हैं। चौरसिया कॉलोनी, मठपुरैना, कांशीराम नगर और लोटस वैली से मिले मरीज स्वास्थ्य कर्मी है। बाकी मरीज प्राइमरी कांटेक्ट वाले हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राइमरी कांटेक्ट में आने वालों की हिस्ट्री तलाश की जा रही है। जिन-जिन इलाकों में मरीज पाए गए हैं, वहां पर पहले भी कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन में मिली छूट के बाद कोरोना संक्रमितों का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह अन्य राज्यों से आने वालों के साथ साथ कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आकर हाई रिस्क के अलावा प्राइमरी कांटेक्ट वाले भी संक्रमित होने लगे हैं।
हाई रिस्क में आने वालों का लिया जाएगा सैंपल
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमितों के हाई रिस्क (माता-पिता, भाई-बहन व अन्य परिजन) में आने वाले लोगों का सैंपल लिया जाएगा। पीड़ितों से भी बातचीत कर इसकी जानकारी ली जाएगी कि वे कहां-कहां गए हैं और किन-किन लोगों से मिले हैं।
यदि उनमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखते हैं तो उनका भी सैंपल लिया जाएगा। राजधानी में अभी तक 41 कंटेनमेंट जोन घोषित हुए हैं। सभी जोन में स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे का काम कर रही है। कोरोना के लक्षण दिखने पर सैंपल भी लिया जा रहा है।