रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लगातार कोरोना संक्रमितों के आंकड़े अब तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। रोजाना हो रही सैंपल जांच में बड़ी संख्या में रायपुर से पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। पिछले 12 दिनों में 406 संक्रमितों के सामने आने से भयावह स्थिति को समझा जा सकता है, जबकि छत्तीसगढ़ में 19 मार्च को पहला मामला सामने आने के बाद 103 दिनों में 329 केस ही रायपुर में मिले थे। इधर रविवार को रायपुर में एक बार फिर कोराना बम फूटा है। एक ही दिन में सबसे अधिक 99 मामले सामने आए हैं। इनमें से 32 मरीज 65वीं बटालियन सीआरपीएफ कैंप बाराडेरा आरंग के हैं।
खरोरा कैंप के आठ आइटीबीपी के जवान, 19 छात्र, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, डीकेएस अस्पताल कर्मी, इंजीनियर, होटल में खाना बनाने वाला समेत अन्य मरीज हैं। सभी को देर रात तक अस्पताल में भर्ती करने की प्रक्रिया चलती रही। इधर संक्रमित मरीज मिलने के बाद प्रशासन न्यू शांति नगर, पांडेय नर्सिंग होम क्षेत्र, प्रयास छात्रावास, होटल व्यंकटेश, होटल यात्रिक इन, होटल द सिंग प्लाजा, आदिवासी कॉलोनी, गोकुल नगर, होटल मिड टाउन, आरंग स्थित सीआरपीएफ कैंप और खरोरा के आइटीबीपी कैंप, धनसुली, श्री राम नगर, नवापारा वार्ड 9, प्रगति नगर, आमानाका रायपुर, लाखे नगर, विधानसभा रोड सहित संबंधित क्षेत्र जहां से संक्रमित मिले हैं। कंटेनमेंट जोन घोषित करने की तैयारी कर रही है। बता दें कि रायपुर में अब तक 737 मामले सामने आए हैं। इसमें से 359 को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 375 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।
पूरे प्रदेश में अब रायपुर कोरोना वायरस संक्रमण का हॉट स्पॉट बना हुआ है। इससे पहले कोरबा और बलौदाबाजार जिलों में बड़ी तादात में मरीज मिल रहे थे, लेकिन पिछले 12 दिनों के दौरान ही रायपुर में बड़ी संख्या में मरीज मिल चुके हैं। एक तरफ रायपुर में संक्रमण के हालात तेजी के साथ बदले हैं तो दूसरी ओर यहां सभी बाजार, मॉल और गतिविधियों को पूरी तरह चालू कर दिया गया है।
हालात खराब होने के साथ-साथ अब फिजिकल डिस्टेंसिंग सहित संक्रमण से बचाव के अन्य तरीकों का पालन भी नहीं हो पा रहा है। शहर की आबादी अधिक होने की वजह से अब यहां संक्रमण के सोशल ट्रांसमिशन का खतरा भी बढ़ रहा है। यदि समय रहते हालात को काबू ने नहीं किया गया तो स्थिति और भी खराब हो सकती है।