दिल्ली से छत्तीसगढ़ लौटे कांग्रेस विधायक, बृहस्पत ने मिलाए सिंहदेव के सुर में सुर

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रायपुर । छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के फार्मूले को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रहा राजनीतिक ड्रामा सोमवार शाम को खत्म हो गया। दिल्ली में डेरा डाले कांग्रेस विधायकों से आलाकमान ने मुलाकात नहीं की। छत्तीसगढ़ सदन में रुके विधायकों को उम्मीद थी कि दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनसे मुलाकात करने पहुंचेंगे, लेकिन वह भी नहीं गए।

एक सप्ताह से एक-एक कर दिल्ली पहुंच रहे थे विधायक, सभी एक साथ लौटे
विधायकों की आलाकमान से मुलाकात की उम्मीद उस समय और खत्म हो गई, जब पूरी पार्टी लखीमपुर की घटना को लेकर सक्रिय हो गई। अंत में विधायक शाम पांच बजे दिल्ली से रायपुर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान दिल्ली में विधायकों का नेतृत्व कर रहे रामानुजगंज के विधायक बृहस्पत सिंह के सुर मंत्री टीएस सिंहदेव के सुर में मिलते नजर आए।

राजधानी के माना स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा में बृहस्पत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सभी 70 विधायक एकजुट हैं। सभी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश्ा प्रभारी पीएल पुनिया के मार्गदर्शन में काम करेंगे। दरअसल, मंत्री सिंहदेव ने एक दिन पहले ही कहा था कि कांग्रेस के सभी 70 विधायक एक साथ हैं। आलाकमान के फैसले के खिलाफ कोई भी विधायक एक इंच आगे-पीछे नहीं होगा। बृहस्पत ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस देश में गैर भाजपा शासित राज्यों को अस्थिर करना चाहती है। मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल इसके उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि अभी 35 विधायक लौटे हैं। दिल्ली पहुंचे विधायकों से प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा है कि वे रायपुर आएंगे और वहीं विधायकों से चर्चा करेंगे। बृहस्पत से जब यह सवाल किया गया कि क्या बात करने दिल्ली गए थे, उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में भी दो साल पहले तैयारी शुरू की गई थी। इस बार भी चुनावी रणनीति बनाने के लिए गए थे।

विधायक दल का नेता हूं, क्यों नहीं मिल सकता उनसे: बघेल
दिल्ली रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं विधायक दल का नेता हूं। अपने विधायकों से क्यों नहीं मिल सकता। मैं तो सभी दलों के विधायकों से मिलता रहता हूं। दिल्ली में अगर संभव होगा तो वहां रुके विधायकों से भी मिलूंगा। फिलहाल सबसे पहले कांग्रेस मुख्यालय जाऊंगा। वहां जैसा निर्देश होगा, आगे किया जाएगा।