बिलासपुर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्षद प्रत्याशी शेख गफ्फार की बीती रात अपोलो हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
वे अपोलो हॉस्पिटल में पिछले 5 दिनों से वेंटिलेटर पर थे। उन्हें एयर एंबुलेंस से मुंबई ले जाने की तैयारी थी लेकिन स्थगित कर दिया गया था। उसके बाद अपोलो अस्पताल में ही उनका इलाज किया जा रहा था। अपोलो के डॉक्टर चेन्नई और मुंबई के विशेषज्ञ डॉक्टरों के लगातार संपर्क में थे ताकि जरूरत पडऩे पर उन्हें तत्काल यहां बुलाया जा सके।
बता दें, कि चुनाव प्रचार के दौरान गफ्फार को दिल का दौरा पड़ा था, बीते 18 दिसंबर को हुई इस घटना में उन्हें आनन-फानन में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई थी। शेख गफ्फार तारबाहर से हैं और कई बार इस इलाके से पार्षद चुने जा चुके हैं।
इस चुनाव में भी कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें रविवार को दोपहर एयर एंबुलेंस से मुंबई ले जाने की तैयारी की जा रही थी मगर गफ्फार के नजदीकियों और कांग्रेस नेताओं से सलाह मशविरा के बाद उन्हें मुंबई ले जाना स्थगित कर दिया गया।
कौमी एकता के प्रतीक थे
शेख गफ्फार भाई , बिलासपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा नगर निगम बिलासपुर के पांच बार पार्षद रहे हैं ,अभी निगम चुनाव में पार्षद पद के प्रत्याशी थे ।उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही थी ।गफ्फार भाई ,शहर में कौमी एकता के प्रतीक थे ।जहां भी किसी तरह का सांप्रदायिक माहौल खराब होता था, वहां गफ्फार भाई का खड़ा हो जाना ही शांति -सद्भावना का प्रतीक होता था। गफ्फार भाई के निधन से बिलासपुर के अमन पसंद नागरिकों को अपूरणीय क्षति पहुंची है। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।