रायपुर: छत्तीसगढ़ में दर्जनों पाकिस्तानी नागरिकों की संपत्तियां होने की जानकारी मिली है. छत्तीसगढ़ सरकार ने कलेक्टरों को ऐसी संपत्तियां तलाशने का आदेश दिया है. छत्तीसगढ़ में 6 लाख विदेशी शरणार्थी हैं. इनमें से 40 फीसदी पाकिस्तान और बांग्लादेश लौट गए हैं लेकिन, कई ने यहां संपत्ति खरीदी है. केंद्र सरकार ने यहां संपत्ति खरीदकर पाकिस्तान लौटने वाले शरणार्थियों को शत्रु संपत्ति घोषित किया है. केंद्र के निर्देश पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐसे शरणार्थियों की तलाश शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि उनकी संपत्ति की पहचान कर उसे जब्त किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के DSB सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2015 से 2019 के बीच 342 लोगों को भारतीय नागरिकता दी गयी. इसके अलावा दर्जनों की तादात में अवैध रूप से यहां की नागरिकता हासिल कर कारोबार भी किया और संपत्ति भी बनाई. इनकी पहचान कर उन पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम तिवारी का कहना है कि छत्तीसगढ़ में बहुत से बाहरी शरणार्थी रह रहे हैं. नियम के तहत उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए. इसके लिए सरकार काम कर रही है, लेकिन जिन्होंने अपनी संपत्ति साजिशपूर्वक और अवैध रूप से तैयार की है, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिये. जो राजनेता इन्हें मदद करते हैं, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि यह सच है कि रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में पाकिस्तान और बांग्लादेश से आये शरणार्थी यहां अवैध तरीके से रह रहे हैं. उन्हें वापस भेजने के लिए ही केंद्र ने NRC की प्रक्रिया शुरू की है. जो लोग यहां उन्हें संपत्ति खरीदने में मदद कर रहे उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.