Anti Conversion Law: कांग्रेस सरकार द्वारा मतांतरण निरोधी कानून वापस लेने के फैसले पर सियासत गरमाई है।गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने इस मामले में कांग्रेस पर किया हमला

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भोपाल। कर्नाटक में नवगठित कांग्रेस सरकार द्वारा मतांतरण निरोधी कानून वापस लेने के फैसले पर सियासत गरमा गई है। मप्र के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने इस मामले में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए राहुल और प्रियंका गांधी से जवाब मांगा है। नरोत्‍तम ने कहा कि नरोत्‍तम ने कहा कि उनका (कांग्रेस) एजेंडा सब लोग समझ रहे हैं। देश में वे तुष्टीकरण की राजनीति करना चाहते हैं। ये बात देश को भी समझना चाहिए, प्रदेश को भी समझना चाहिए। कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं, इसलिए पूरे प्रदेश को सोचना चाहिए।

नरोत्‍तम ने आगे कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष (मल्‍लिकार्जुन खरगे) कर्नाटक के हैं। इसलिए कर्नाटक में जो कानून वापस लिया गया है, इसे आप कांग्रेस का हिडन एजेंडा समझ लीजिए। खरगे जी तो कुछ बोले नहीं, वह बोलने की स्थिति में भी नहीं होंगे। लेकिन, प्रियंका, राहुल से जरूर सवाल है। प्रियंका गांधी कहतीं थीं कि, लड़की हूं, लड़ सकती हूं। मतांतरण निरोधी विधेयक तो लड़कियों की सुरक्षा के लिए था। क्या कानून रद् करना जिहादियों को संरक्षण देना नहीं है? इससे एक बात स्पष्ट हो गई कि कांग्रेस का हाथ, जिहादियों के साथ।

कर्मचारियों को धमकाना कमल नाथ की हताशा

कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष व पूर्व मुख्‍यमंत्री कमल नाथ द्वारा कर्मचारियों को लेकर दिए गए बयान की आलोचना करते हुए नरोत्‍तम ने कहा कि वह (कमल नाथ) ऐसा पहली बार नहीं कह रहे हैं। ये हार की हताशा है। उनको अब लगने लगा है। अधिकारी-कर्मचारियों के साथ वह गुलामों जैसा व्यवहार करना चाहते हैं। अधिकारी-कर्मचारी सब पढ़े-लिखे होते हैं और कमलनाथ जी आप के समय में जब दिग्विजय सिंह सीएम थे तब उन्होंने भी कहा था कि हमें इनaके वोट नहीं चाहिए। कभी आप कहते हो कि 15 महीने बाद हिसाब लूंगा, कभी कहते हो बीजेपी के लिए काम करने वालों की मैं सूची बना रहा हूं। कभी कहते हो अफसरों पर चर्बी चढ़ गई है। यह निंदनीय कृत्य है। इनकी धमकी से कोई डरने वाला नहीं है।