नरसिंहगढ़। जहां एक और शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को स्वच्छ पेयजल व स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के निर्देश दिए जाते हैं जिससे विद्यार्थियों का मानसिक विकास हो, स्वच्छ वातावरण में विद्यार्थी अध्ययन करें एवं सुगमता से अध्यापन कार्य संपन्न हो सके
लेकिन निर्देशों को दरकिनार कर स्कूल के शिक्षकों व अधिकारियों की लापरवाही से शासकीय राशि खर्च करने के बावजूद विद्यालय की टंकी व नलो में पानी नहीं पहुंच पा रहा है वही पुराने शौचालयों के स्थिति बदतर हो रही है जिस पर कोई ध्यान देता दिखाई नजर नहीं आ रहा है
विद्यालय में नई पाइप लाइन बिछाकर पानी की टंकी व नवीन शौचालय प्रदाय किए गए हैं लेकिन इन नलों में ना तो पानी पहुंच पा रहा है और ना ही शौचालय का सही उपयोग हो पा रहा है
रंजीतपुरा के शासकीय माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक कैलाश यादव के अनुसार विद्युत व्यवस्था सही नहीं होने से टंकी में पानी नहीं पहुंच पा रहा है और नए शौचालय आने से पुराने शौचालयों का उपयोग नहीं किया जा रहा है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि छात्र-छात्राओं की जिन सुविधा के लिए शासन ने राशि खर्च की है उस राशि का आखिर सदुपयोग क्यों नहीं हो पा रहा है विद्यालय में पुराने शौचालय में गंदगी क्यों फैली हुई है जिनका उपयोग भी किया जा सकता है जिम्मेदार अधिकारी भी इस तरफ कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं जबकि शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों की व्यवस्थाओं पर सतत निगरानी हेतु जन शिक्षकों की नियुक्ति की गई है जो लगातार स्कूलों के विभिन्न व्यवस्थाओं को जांच कर उनमें सुधार के निर्देश देते हैं वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करते हैं
ब्लॉक संसाधन केंद्र समन्वयक बीआरसी का कहना है कि स्कूल में शीघ्र ही सुधार करवाए जाएंगे
अब देखना होगा कि विद्यालय में फैली गंदगी को कब तक दुरुस्त करवाया जाता है और कब तक नलों में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है ।