कई स्थानों पर बाढ़, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
भोपाल। लगातार बारिश से हरदा की अजनाल नदी में बाढ़ आ गई है। खंडवा-हरदा स्टेट हाईवे पर पानी आने से हाईवे को बंद करना पड़ा। हरदा में निचली बस्तियों को खाली कराकर लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। छिंदवाड़ा में गहरा नाला के पास तेज बहाव की वजह से छिंदवाड़ा-नागपुर हाईवे बंद है। छिंदवाड़ा जिले में ही बिछुआ जाने वाले रास्ते में पुल का एक हिस्सा टूट गया है। यहां भी आवागमन बंद हो गया है।
मालवा-अंचल में हो रही भारी बारिश से श्योपुर में पार्वती नदी उफान पर आ गई है। चंबल का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। श्योपुर कलेक्टर टीएन सिंह ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष के कर्मचारियों को अलर्ट रहने को कहा है। हर घंटे की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं। नर्मदापुरम में नर्मदा में भी पानी बढ़ रहा है।
24 घंटे में कहां पर कितनी बारिश हुई
ग्वालियर- 1.37 इंच, भोपाल- 1.02 इंच, इंदौर- 0.21 इंच, बैतूल में 5.51इंच, पचमढ़ी में 4.37 इंच, खंडवा में 2.67 इंच, सिवनी में 2.28 इंच, गुना में 2.24 इंच पानी गिरा।
हरदा में मंगलवार रात से लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफना गए हैं। जिले में स्कूलों की छुट्टी करना पड़ी। जिले के सोडलपुर गांव में हंसावती नदी के उफान पर आने से 200 लोगों को रेस्क्यू कर सरपंच के घर और आसपास के 2 मंजिला मकानों में शिफ्ट किया गया। रहटगांव में अजनाल नदी पुल के ऊपर आ गई है। पानी पुल पर 4 फीट ऊपर तक बह रहा है। पूरी खबर पढ़िए
सुबह 6 बजे से बंद है नागपुर हाईवे
छिंदवाड़ा में गहरा नाला का निर्माण अधूरा होने की वजह से यहां बार-बार पानी बढ़ने से छिंदवाड़ा-नागपुर हाईवे बंद हो रहा है। आज सुबह 6 बजे से मार्ग बंद है। रोड पर दोनों तरफ वाहनों की कतारें लगी हैं। थाना प्रभारी रघुनाथ खातरकर ने बताया कि एहतियातन लोगों को गहरा नाला के पास जाने से रोक दिया गया है। पूरी खबर पढ़िए
15 जुलाई से फिर तेज बारिश
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि आज भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश भर में बारिश तो होगी, लेकिन ज्यादा नहीं। लो प्रेशर एरिया के कमजोर होने के कारण बारिश का जोर तीन दिन तक थोड़ा कम रहेगा। इसके बाद 15 से नया सिस्टम बनने से फिर से तीन दिन के लिए जोरदार बारिश होगी।
यह सिस्टम अभी करा रहा बारिश
दक्षिणी ओडिशा तट के पास निम्न दाब क्षेत्र चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में सक्रिय है। मानसून ट्रफ जैसलमेर-कोटा, गुना, रायसेन, मंडला, रायपुर, झारसुगड़ा और एक साफ निम्न दाब क्षेत्र से होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली है। पूर्व से पश्चिम की तरफ हवाएं सक्रिय हैं। पंजाब के ऊपर अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। इसके कारण भोपाल, मंदसौर, आगर, नरसिंहपुर, रतलाम, नीमच, राजगढ़, उज्जैन, हरदा, देवास, शाजापुर, सिवनी, नर्मदापुरम, सीहोर, बैतूल और छिंदवाड़ा में अच्छी बारिश हो रही है।