मुख्यमंत्री पर लगाया झूठ बोलने का आरोप
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार पद पर बैठे हुये हैं, उसके बाद भी रोज नये-नये झूठ जनता के सामने परोस रहे हैं। पिछले 17 सालों में मध्यप्रदेश के भविष्य पर ग्रहण लगाकर बैठी भाजपा सरकार यह नही समझ रही है कि ‘‘झूठ बराबर पाप नही और सच बराबर तप नही।’’ मुझे आशा नहीं थी कि मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे शिवराज सिंह इस कदर झूठ बोलने के आदी होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने आज जारी एक बयान में यह बात कही।
कमलनाथ ने कहा कि संबल योजना को लेकर मेरी सरकार पर शिवराज जी आरोप लगाते हैं कि मैंने गरीबों से जुड़ी यह योजना बंद कर दी थी, यह एक सफेद झूठ है। शिवराज जी सरकार में बैठे हैं संबल योजना बंद करने का कोई आदेश जारी हुआ हो तो वे आदेश सामने लेकर आये। भाजपा सरकार ने जिन अपात्रों को योजना में जोड़ा था उसकी जांच प्रशासनिक तंत्र द्वारा की गई थी और जो पात्र मिले थे उनका नाम योजना में रहा और जो अपात्र थे उनका नाम योजना से हटा। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, इसमें योजना बंद करने की बात कहां से हो गई।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार के समय संबल योजना में हजारों-लाखों अपात्र लोगों को जोड़ लिया गया था। यह कार्य भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और उनसे जुड़े लोगो को गलत लाभ देने के लिये किया था। क्या अपात्र लोगों को जोड़कर सरकार की योजना का गलत लाभ दिलाना घोटाला नहीं है? क्या ये जनता से वसूले गये टेक्स के पैसे का दुरूपयोग नही है? शिवराज सरकार में तो घोटाला हो रहा था और अब शिवराज जी सफेद झूठ बोलकर क्या इस घोटाले को दबा छुपा रहे है?
श्री कमलनाथ ने कहा कि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस सरकार के समय श्रमिक भाइयों के लिये संबल योजना के स्थान पर नया सवेरा योजना लागू की गई थी, जिसके तहत 1.5 करोड़ से अधिक श्रमिक भाईयों को लाभ हेतु पात्र घोषित किया गया था और लाभ देने के लिये सत्यापित किया गया था। शिवराज सिंह चौहान को जनता को तो यह सत्य बताना चाहिए कि कांग्रेस सरकार के दौरान नया सवेरा योजना शुरू की गई थी, जिसमें ना सिर्फ संबल योजना के सभी प्रावधान थे, बल्कि सभी लाभ एवं सुविधायें श्रमिक परिवारों को दी गई थी।
कमलनाथ ने तथ्य सामने रखते हुए कहा कि जब 2018 में शिवराज सरकार गई थी तब तक शिवराज जी ने लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ की राशि दी थी जबकि मैंने अपने कार्यकाल में श्रमिक भाईयों को लगभग नौ सौ करोड़ रू. की सहायता की थी। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस सरकार ने शिवराज सरकार की तुलना में तीन गुना से अधिक हितग्राहियों को न केवल लाभ दिया बल्कि शिवराज सरकार द्वारा दी गई राशि से 2.5 गुना अधिक राशि का लाभ दिया।
जनता को यह जानकर आश्चर्य होगा कि 2018 में शिवराज सरकार ने संबल-1 योजना लागू कर दिसम्बर, 2018 तक श्रम विभाग के 31 हजार 9 सौ हितग्राहियों को 349 करोड़ रूपये का लाभ दिया था, जबकि मेरी सरकार के कार्यकाल में श्रम विभाग के 01 लाख 01 हजार से अधिक श्रमिक भाईयों को 897 करोड़ रूपये का लाभ दिया था। शिवराज जी चाहे तो श्रम विभाग से आंकड़े निकलवा कर देख ले।
कमलनाथ ने कहा कि सौंदे और अनैतिकता के पुलिंदे पर बैठी भाजपा सरकार क्या सच्चाई बतायेगी? इनका तो एक ही नारा है झूठ बोलो, रोज झूठ बोलो, बार-बार झूठ बोलांे और जोर से झूठ बोलो। गरीब का निवाला छीनने की बात करने वाले शिवराज जी यह तो बता दें कि उन्होने किसान कर्ज माफी योजना बंद करके कर्जमुक्त किसान होने का गौरव हर किसान भाई से क्यों छीना? क्यों अन्नदाता के परिवार की थाली से रोटी छीनी है? शिवराज जी यह बतायें कि 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली की योजना को बंद करके क्यों हर घर से सस्ती बिजली के हक को छीना? हजारों के बिल घर-घर देकर गरीब की थाली क्यों खाली कर रहे हैं? मध्यप्रदेश के युवा रोजगार के लिये भटक रहे हैं। सालों से भर्ती परीक्षायें नही हो रही हैं? भर्ती परीक्षाओं में घोटालें हो रहे है? चयनितों को नियुक्ति आदेश नही मिल रहे हैं? शिवराज जी युवाओं का भविष्य किसने छीना? सरकारी कर्मचारियों की पेंशन की योजना को क्यो बंद किया और किस सरकार ने किया? बुढ़ापे में सरकारी कर्मचारी अपना जीवन जी सकें, यह हक किसने छीना? कर्मचारी का निवाला किसने छीना?
शिवराज जी की सरकार में 60 हजार से अधिक महिलाओं से बलात्कार हुआ और मध्यप्रदेश 15 बार महिला बलात्कार देश में नम्बर एक पर रहा? माताओं और बहनों से उनका सम्मान किसने छीना? बच्चों की सुरक्षा किसने छीनी? आज बाल अपराध में मध्यप्रदेश देश में नम्बर एक पर है? कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार चाहे कितना झूठ परोस दे पर सच्चाई जनता को पता है। झूठ परोसकर जनता को गुमराह नही किया जा सकता है। जनता सच्चाई जानती है और सच्चाई का साथ देती है। आपके झूठ अब नही चलने वाले। जनता आपके झूठ का जबाव देगी।