भोपाल। विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस में बैठकों का सिलसिला तेज हो गया है। मंगलवार को कांग्रेस ने मुरैना जिले की मुरैना, सुमावली व जौरा विधानसभा सीटों को लेकर चर्चा की। हर विधानसभा सीट के लिए दो-दो मौजूदा विधायकों की टीम बनाई गई है, लेकिन मुरैना व सुमावली के लिए एक-एक पूर्व विधायक साथ में रखे गए हैं। तीनों सीटों पर संगठन को मजबूत करने के लिए 15 दिन में मंडल-सेक्टर और मतदान केंद्रों के पेज प्रभारियों की सक्रिय टीम बनाने का लक्ष्य दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के सरकारी निवास पर हुई बैठक में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, बृजेंद्र सिंह राठौर व लाखन सिंह यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, चंद्रप्रभाषष शेखर, राजीव सिंह, आरिफ मसूद, रामनिवास रावत, दिनेश गुर्जर सहित जिले के दोनों अध्यक्ष राकेश मावई व दीपक शर्मा सहित कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
स्थानीय संगठन को किया जाएगा मजबूत
बैठक की शुरआत में ही साफतौर पर कहा गया कि टिकट सर्वे के आधार पर तय होगा, लिहाज किसी ने भी टिकट पर बातचीत का प्रयास ही नहीं किया। नेताओं ने सुझाव दिया कि चुनाव के लिए सबसे पहले स्थानीय संगठन को मजबूत किया जाए। विधायक-पूर्व विधायकों की टीम बताया जाता है कि उपचुनाव के लिए मुरैना विधानसभा सीट की जिम्मेदारी विधायक दिलीप गुर्जर व आरिफ मसूद के साथ रामनिवास रावत तो सुमावली विधानसभा सीट की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर, नीरज दीक्षित के साथ पूर्व विधायक आरके दोगने को दी गई है।
जौरा विधानसभा क्षेत्र पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव व विधायक बैजनाथ कुशवाह को सौंपा गया है। बैठक में इन नेताओं को स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर संगठन को मजबूत करने की लक्ष्य दिया है। जिला और ब्लॉक कमेटियों के लिए मंडल और सेक्टर को सक्रिय करने को कहा गया है। निष्क्रिय इकाइयों को बदलने की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश हैं।