नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 24 सीटों के लिए 19 जून को मतदान कराने का फैसला किया है। इन 24 में 18 सीटों का चुनाव कोरोना महामारी के कारण टाल दिया गया था। इनमें से चार-चार सीटें आंध्र प्रदेश और गुजरात से, तीन-तीन मध्य प्रदेश और राजस्थान से, दो झारखंड से और एक-एक मणिपुर और मेघालय से हैं। सोमवार को आयोग ने अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक और मिजोरम की छह सीटों पर भी इन सीटों के साथ ही चुनाव कराने का फैसला किया। इनमें कर्नाटक के चार राज्यसभा सदस्य 25 जून को रिटायर हो रहे हैं, जबकि अरुणाचल प्रदेश के एक सदस्य का कार्यकाल 23 जून को पूरा होगा। मिजोरम से एक राज्यसभा सदस्य 18 जुलाई को सेवानिवृत्त होंगे। इन छह सीटों के लिए अधिसूचना मंगलवार को जारी होगी।
मार्च की शुरुआत में चुनावों को टाल दिया था आयोग ने
निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि इन सीटों पर मतों की गिनती 19 जून की शाम को होगी। मार्च की शुरुआत में चुनावों को टालते हुए चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया था कि उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल करने सहित तब तक पूरी हो चुकी प्रक्रियाएं मान्य रहेंगी। एक अधिकारी ने बताया कि केवल मतदान और मतगणना बचा हुआ था। यह काम अब पूरा हो जाएगा। आयोग ने कोरोना वायरस के खतरे का हवाला देते हुए 26 मार्च को राज्यसभा का चुनाव टाल दिया था। इसने कहा था कि स्थिति की समीक्षा करने के बाद इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा।
नामांकन दाखिल करने तक की प्रक्रियाएं मान्य रहेंगी
छह राज्यों के 17 सदस्य नौ अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि मेघालय से एक सदस्य 12 अप्रैल को रिटायर हुए थे।मूल रूप से ऊपरी सदन की 55 सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होने वाला था। लेकिन, 37 उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीत चुके हैं। बयान में कहा गया है कि आयोग ने केंद्रीय गृह सचिव द्वारा जारी किए गए नवीनतम दिशा-निर्देशों सहित सभी कारकों पर विचार करने के बाद मामले की विस्तार से समीक्षा की है। आयोग ने यह भी निर्णय लिया है कि राज्यों के मुख्य सचिव एक वरिष्ठ अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त करेंगे कि चुनाव की व्यवस्था के दौरान कोविड-19 के नियंत्रण के उपायों को लागू किया जा सके। चुनाव आयोग ने संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को इन चुनावों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
तीन माह बाद निर्वाचन आयुक्तों की पूर्ण बैठक
लगभग तीन माह बाद सोमवार को पहली बार निर्वाचन सदन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त और दोनों निर्वाचन आयुक्तों की पूर्ण बैठक हुई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा मार्च के महीने में संयुक्त राज्य अमेरिका के दौरे पर थे और कोरोना वायरस के चलते वे वहां फंस गए। इसके बाद से निर्वाचन आयुक्तों की वर्चुअल मीटिंग ही हो पा रही थी। अरोड़ा हाल में ही अमेरिका से लौटे हैं और सोमवार को दफ्तर पहुंचने से पहले उनको क्वारंटाइन में भी रहना पड़ा। निर्वाचन आयुक्तों की वर्चुअल मीटिंग में ही महाराष्ट्र में विधान परिषद का चुनाव कराने का फैसला हुआ था।