पिछले कुछ महीनों से मुंबई में वायु प्रदूषण चरम पर है, ऐसे में यहां के राजकीय सर जे.जे. अस्पताल ने सांस की समस्याओं से पीड़ित मरीजों को आपातकालीन उपचार प्रदान करने के लिए एक अलग ओपीडी वार्ड खोला है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुशरिफ ने बुधवार को यह जानकारी दी। मुशरिफ ने कहा कि इसके अलावा, सभी मेडिकल कॉलेजों को भी वायु प्रदूषण के कारण श्वसन संबंधी विकारों से पीड़ित लोगों की संख्या में वृद्धि की संभावना को देखते हुए इस संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
अस्पताल रोजाना सुबह 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक ओपीडी में और बाद में श्वसन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए कैजुअल्टी या आपातकालीन वार्डों में ऐसे मरीजों का इलाज करेगा। मुशरिफ ने संबंधित अधिकारियों से एक अलग श्वसन विकार इकाई स्थापित करने और अस्पताल में ऐसे रोगियों के लिए सभी दवाओं, मास्क या उपकरण की उपलब्धता के लिए संस्थागत स्तर पर जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है। मंत्री ने कहा कि चिकित्सा अधिकारी श्वसन संबंधी बीमारियों वाले रोगियों का दैनिक डेटा संकलित करेंगे और उन्हें अपने उच्च विभागों को सौंपेंगे और यदि रोगियों की संख्या बढ़ती हुई पाई जाती है, तो उन्हें समायोजित करने के लिए अस्पताल में और वार्ड बनाए जाएंगे।