नई दिल्ली : साउथ सिनेमा के थलाईवा और बॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत आज अपना 70वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। रजनीकांत एक ऐसे अभिनेता हैं जिनका जितना सम्मान साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में किया जाता है उतना ही सम्मान बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में भी किया जाता है। रजनीकांत के एक्शन के बॉलीवुड सेलेब्स भी दीवाने हैं यही वजह है कि सेलेब्स उनसे बहुत प्यार करते हैं और उनकी इज्जत करते हैं।
रजनीकांत आज जिस मुकाम पर हैं यहां तक आने और इतनी इज्ज़त कमाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। गरीबी से लेकर थलाईवा बनने तक का रजनीकांत का सफर काफी कठिन रहा है। उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें।
रजनीकांत का जन्म 12 दिसम्बर 1950 में बैंगलोर में हुआ था। उनकी मां का नाम रमाबाई और पिता का नाम रामोजी राव था। रजनीकांत के पिता बैंगलोर के पुलिस कांस्टेबल और मां हाउसवाइफ थीं। जब रजनीकांत चार साल के थे तभी उनकी मां उन्हें छोड़कर चली गई। रजनीकांत अपने चार भाई-बहनो में रजनी सबसे छोटे थे। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिती ठीक ना होने के कारण उन्होंने छोटी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया।
रजनीकां ने कुली से लेकर कारपेंटर और बस कंडक्टर तक की नौकरी की। लेकिन उनका झुकाव हमेशा से फिल्मों की तरफ था। रजनीकांत जब बैंगलुरु ट्रांसपोर्ट सर्विस में बतौर बस कंडक्टर काम कर रहे थे उसी दौरान उन्होंने कन्नड़ रंगमंच में भी काम शुरू किया। इसके बाद साल 1973 में वो मद्रास फ़िल्म इंस्टीट्यूट से जुड़े।
25 साल की उम्र में रजनीकांत ने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। जिस फिल्म में उन्होंने सबसे पहले काम किया वो थी ‘अपूर्वा रागांगल’ हालांकि इस फिल्म में रजनीकांत लीड रोल में नहीं थे। इस फिल्म में उन्होंने कमल हासन के साथ काम किया था। इसके बाद साल 1978 में रिलीज तमिल फ़िल्म ‘भैरवी’ में रजनीकांत को बतौर मुख्य अभिनेता काम करने का मौका मिला। उनकी पहली ही फिल्म सुपरहिट साबित हुई और इसके बाद रजनीकांत का करियर और जिंदगी पटरी पर आ गई। भैरवी’ के बाद रजनीकांत ने एक के बाद एक कई सुपरहिट फिल्में दीं और देखते ही देखते रजनीकांत साउथ इंडियन इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए। साउथ में अपने कदम जमाने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड इंडस्ट्री की तरफ रुख़ किया। रजनीकांत ने बॉलीवुड में फ़िल्म ‘अंधा कानून’ से डेब्यू किया। इसके बाद कई सुपरहिट फिल्में दीं।