नई दिल्ली। फिल्म इंडस्ट्री में कई सितारे हैं जिनके परिवार का इस इंडस्ट्री से कोई नाता नहीं रहा है। उन्होंने अपने दम पर पहचान बनाई है। इनमें अनुष्का शर्मा का नाम भी शुमार होता है। अभिनय के साथ वह अब प्रोडक्शन में भी कदम रख चुकी हैं। अनुष्का और उनके भाई कर्णेश शर्मा के प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म ‘बुलबुल’ हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है। उनकी बाकी फिल्मों की तरह इसमें भी महिला किरदारों को सशक्त दिखाया गया है।
अनुष्का का कहना है कि सिनेमा में महिलाओं को कमतर समझा जाता है। जब मैं अभिनेत्री बनी तभी सोच लिया था कि इसमें बदलाव लाऊंगी। हम किसी खास जॉनर की फिल्में बनाने में माहिर नहीं बनना चाहते थे, लेकिन मैं और कर्णेश ऐसा कंटेंट लाना चाहते थे जिसमें महिलाओं की शक्ति और उनकी ऊर्जा को सेलिब्रेट किया जा सके।
‘हम चाहते थे कि दर्शकों के सामने हमेशा एक सशक्त और आत्मनिर्भर महिला दिखे। हम कहानियां कहने में डरते नहीं हैं। यही सोचकर कहानियां बनाते हैं कि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। यही वजह है कि नई कहानियों को खंगाल पाते हैं। हम नए प्रतिभाशाली निर्देशक, लेखक, संगीतकार, कलाकारों को मौके दे रहे हैं। ‘बुलबुल’ फिल्म से पहले अनुष्का के प्रोडक्शन में बनी वेब सीरीज ‘पाताल लोक’ को भी सराहना मिली थी।
क्या है ‘बुलबुल’ की कहानी?
‘बुलबुल’ की बाल विवाह, पुरुषवादी सोच और इसकी वजह से महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और उन अत्याचारों को अपनी क़िस्मत मानने लेने की स्त्री की मजबूरी की कहानी है। ‘बुलबुल’ इन सब सामाजिक बुराइयों से जूझती एक लड़की के अंदर फूटे गुस्से की परिणीति है।