जशपुर में इटली से आए सात लोग समेत ग्रामीणों को आइसोलेट किया, बैंकाक से लौटे डॉक्टर दंपती को घर पर ही निगरानी में रखा

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जशपुरनगर. सावधानी के मद्देनजर जिले में इटली से आए 7 लोगों सहित कोंरगाबहला के ग्रामीणों को आइसोलेट किया गया है। बैंकाक से आए एक दंपती की निगरानी उनके घर में ही की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय आपदा घोषित हो चुके कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य अमला पूरी तरह से सतर्क है। विभाग अब बाहर से आने वाले लोगों की भी जानकारी जुटाकर उन्हें आइसोलेट कर रहा हैं। हालांकि विभाग ने अब तक जितने लोगों काे आइसोलेट किया है उनमें से किसी को भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं।

स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि फरवरी माह में जिले में इटली से 7 लोग आए हुए थे और वे जिले में रहकर कोंरगाबहला के कुछ गांवों का भ्रमण किए थे। इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम तत्काल हरकत में आई और इटली से आए हुए लोगों को ट्रेस कर उनको आइसोलेट किया। साथ ही वे गांव में जिस परिवारों से मिले थे, विभाग ने उन्हें ट्रेस कर उनके घरों में ही आइसोलेट किया, लेकिन किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले। मिली जानकारी के अनुसार जिले में फरवरी माह में एक संस्था से जुड़े 7 लोग इटली से जशपुर आए थे और उन्होंने कोरंगाबहला एवं कुछ गांवों में भ्रमण भी किया था। यहां उन्हंे आइसोलेट करने के बाी इस बात की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इटली से आए 7 लोग कहां कहां भ्रमण किए थे उन्हें ट्रेस किया। विभाग ने ट्रेस करने के बाद सभी को आइसोलेट किया, लेकिन किसी को भी लक्षण नहीं मिले।

जगदलपुर : महाराष्ट्र से लौटे जवान की सेहत ठीक, बस रिपोर्ट का इंतजार

कोरोना को लेकर पिछले तीन दिनों से शहर में एक दहशत का माहौल बना हुआ है यह दहशत तब और बढ़ी, जब महाराष्ट्र से लौटे कोबरा के जवान को कोरोना का संदिग्ध मानते हुए उसे मेकॉज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन अब लोगों के लिए एक बड़ी राहत देने वाली खबर सामने आई है। जिस जवान को कोरोना पीड़ित माना जा रहा था उस जवान की सेहत में काफी सुधार हो गया है और वह करीब-करीब सर्दी, खांसी, गले में खरास, बुखार जैसी बीमारी से बाहर निकल चुका है।

जांजगीर: अब तक लिए सभी चार सेंपल में निगेटिव आई रिपोर्ट

जिले में संचालित पावर प्लांटों के कारण विदेशियों का भी आना जाना लगा रहता है। करीब दस दिन पहले बहरीन से एक भारतीय मूल के विदेशी आए थे। तीन दिन पहले वे मड़वा पावर प्लांट भी आए और दूसरे दिन चले गए। इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन ने मड़वा प्रशासन से ऐसे लोगों की लिस्ट मांगी है, जिनसे उन अप्रवासी भारतीय ने भेंट की है। जिला में अभी डर की संभावना बिल्कुल नहीं है क्योंकि जिला अस्पताल में अभी तक जो चार सैंपल लिए हैं, सबकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

भिलाई: मैत्रीबाग आज से बंद, मास्क व सेनेटाइजर की कालाबाजारी

कोरोना वायरस का असर जिले में इस कदर हो गया है कि 48 साल के इतिहास में पहली बार मैत्रीबाग को बंद करने का फैसला प्रबंधन ने लिया है। आज से मैत्रीबाग पर्यटकों के लिए अगले आदेश तक बंद रहेंगे। वहीं विदेशों से ट्विनसिटी लौटने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह आंकड़ा 115 तक पहुंच गया है। दो दिन में 34 और लोग ट्विनसिटी लौटे। थाइलैंड से लौटे एक व्यक्ति की रिपोर्ट तीन दिन बाद भी नहीं आई है। वहीं कोराेना वायरस का खौफ ऐसा कि जिले में मॉस्क का स्टॉक ही खत्म हो गया है।

बिलासपुर: सेनेटाइजर मेडिकल स्टोर्स से गायब, मास्क 15 से 150 रु. में

कोरोना संक्रमित कोई भी मरीज या संदिग्ध बिलासपुर में अभी तक सामने नहीं आया है लेकिन इसके कारण शहरवासियों ने सावधानी बरतना शुरू कर दिया है। कोरोना से बचने शहरवासी सेनेटाइजर व मास्क का उपयोग बहुतायत में कर रहे हैं। इसी कारण शहर के अधिकांश मेडिकल स्टोर से सेनेटाइजर तो करीब-करीब खत्म हो चुके हैं लेकिन मास्क मिल रहा है। मास्क की कीमत भी 15 रुपए से लेकर 150 रुपए तक है। मेडिकल स्टोर संचालकों के अनुसार शहर में आमतौर पर सेनेटाइजर का उपयोग कुछ प्रतिशत लोग ही करते रहे हैं।