रायपुर. प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के स्वास्थ्य में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। मस्तिष्क में सूजन बढऩे की वजह से जोगी कोमा में चले गए हैं। उन्हें वेंटिलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है। आठ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक अगले 48 घंटे जोगी के लिए बेहद क्रिटिकल है।जोगी को शनिवार को गंभीर स्थिति में श्री नारायणा हास्पिटल में भर्ती कराया गया था।
डॉ. सुनील खेमका ने बताया अजीत जोगी की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज डॉ. पंकज ओमर के नेतृत्व में विभिन्न स्पेशलिटी के आठ डॉक्टरों की टीम कर रही है। फिलहाल उनका हृदय सामान्य है। ब्लड प्रेशर भी दवाओं से नियंत्रित है, लेकिन रेस्पिरेटरी अरेस्ट होने के बाद कुछ देर तक उनके मस्तिष्क में ऑक्सीजन नहीं गई। इस वजह से उनके दिमाग को संभावित नुकसान पहुंचा है।
चिकित्सकीय भाषा में इसे हाईपॉक्सिया कहा जाता है। अभी की स्थिति में जोगी की मस्तिष्क की गतिविधियां लगभग नहीं के बराबर है। डॉक्टरों द्वारा जोगी के स्वास्थ्य सुधार का भरसक प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अगले 48 घंटों में यह समझ आएगा कि उनका शरीर दवाओं को कैसे रिस्पांस दे रहा है।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नंदकुमार साय कर रहे महामृत्युजंय मंत्र का जप
अजीत जोगी के राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे नंदकुमार साय ने रविवार को अमित जोगी को फोन कर अजीत जोगी का हालचाल जाना। उन्होंने अजीत जोगी के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कमाना करते हुए बताया कि वे जोगी जी के लिए महामृत्युजंय मंत्र का जप कर रहे हैं। साय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने दो बार जोगी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा है। हालांकि दोनों चुनाव में साय को हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा जोगी की जाति विवाद को लेकर साय काफी मुखर रहे हैं।