विधानसभा में सवाल पूछने में कांग्रेस से दलेश्वर, भाजपा से नेता प्रतिपक्ष सबसे आगे

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रायपुर. विधानसभा में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष की सक्रिय भूमिका दिखाई दे रही है। वहीं कांग्रेस विधायक भी अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने से पीछे नहीं है। सवाल करने के मामले में कांग्रेस-भाजपा दोनों के बीच कंटे की टक्कर नजर आ रही है। भाजपा की तरफ से जहां नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सबसे अधिक सवाल पूछे, तो कांग्रेस की तरफ से डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू सबसे आगे रहे। साहू ने 239 और नेता प्रतिपक्ष ने पांच सत्र में अब तक कुल 238 सवाल लगाए हैं।

नई सरकार के गठन के बाद अब तक पांच विधानसभा के सत्र हो चुके हैं। विधानसभा के पांच सत्र में प्रश्नों के लिए निर्धारित बैठक की संख्या 60 थी। इस दौरान भाजपा, कांग्रेस, जकांछ और बसपा के विधायकों ने कुल 8 हजार 421 सवाल लगाए गए थे। 16 से अधिक विधायक एेसे हैं, जिन्होंने 200 से अधिक सवाल लगाए हैं। विपक्ष में भाजपा विधायकों की संख्या भले ही कम हो, लेकिन नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से भाजपा विधायकों के सवालों की संख्या ज्यादा। नेता प्रतिपक्ष के बाद भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने २३७ सवाल पूछे हैं।

वहीं अजय चंद्राकर ने 236 और बृजमोहन अग्रवाल ने 230 सवाल पूछे हैं। इनके अलावा विधायक धर्मजीत सिंह, केशव चंद्रा, धनेन्द्र साहू, शिवरतन शर्मा, विनोद सेवनलाल चंद्राकर, संतराम नेताम, नारायण चंदेल, अरुण वोरा और विधायक लखेश्वर बघेल ने भी 200 से अधिक सवाल लगाए हैं। सबसे कम सवाल पूछने के मामले में कांग्रेस विधायक सबसे आगे हैं। बसना से कांग्रेस विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह ने 8 सवाल पूछे हैं।

दो महिला विधायक सबसे सक्रिय

विधानसभा में कुल महिला विधायकों की संख्या 14 है। इसमें भाजपा, कांग्रेस, जकांछ और बसपा की महिला विधायक शामिल हैं। इनमें से विपक्षी दल भाजपा और बसपा की महिला विधायक सवाल पूछने में सबसे ज्यादा सक्रिय रही। बसपा विधायक इंदू बंजारे ने पांच सत्र में 211 और भाजपा विधायक रंजना डिपेन्द्र साहू ने 208 सवाल लगाए है। शेष महिला विधायकों का प्रदर्शन भी ठीक ठाक रहा।

मानसून सत्र के दौरान एकजुट होकर आक्रामक दिखा विपक्ष

विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष इस बार एकजुट होकर आक्रामक दिखाई दिया। नेता प्रतिपक्ष कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और सौरव सिंह जैसे विधायकों ने बड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया। विपक्ष की ओर से उठाए गए कई मुद्दों में सरकार ने जांच कराने की घोषणा की।