रायपुर. केंद्र सरकार की यह घोषणा बड़ी राहत देने वाली है कि छत्तीसगढ़ से कोरोना का पीक (Corona pick) सितंबर में गुजर चुका है। इसकी पुष्टि आंकड़े भी कर रहे हैं। 12 से 28 सितंबर यह वह समय था जब प्रदेश में कोरोना वायरस (Corona Virus) कहर बनकर टूट रहा था। इन 17 दिनों में 8 दिन तो 3 हजार से अधिक रिपोर्ट हुए थे। 26 सितंबर मरीज को सर्वाधिक 3,896 मरीज रिपोर्ट हुए थे और 23 मरीजों ने दमतोड़ा था। मगर, 29 सितंबर से लेकर 19 अक्टूबर तक एक भी दिन 3 हजार से अधिक मरीज रिपोर्ट नहीं हुए।
मगर, मरीजों की संख्या 1,800 से अधिक और 3 हजार से कम बनी हुई है। अगर मरीजों के मिलने की गति बढ़ी, और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती गई तो जल्द ही छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट देश के रिकवरी रेट 86.3 प्रतिशत से आगे निकल जाएगा। मगर, यह न समझा जाए कि कोरोना खत्म हो गया। अभी भी रोजाना औसतन 26 मरीज मिल रहे है, मगर वायरस लोड कम है। गंभीर मरीजों की संख्या घट रही है। घर में रहकर मरीज ठीक हो जा रहे है।
आखिरी लॉकडाउन से संभले प्रदेश के हालात
111 प्रदेश में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या के मद्देनजर जिला कलेक्टरों ने 19 सितंबर से 30 सितंबर तक लॉकडाउन का फैसला लिया। रायपुर में सर्वाधिक मरीज मिल रहे थे तो कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने 21 से 28 सितंबर तक लॉकडाउन का आदेश जारी कर दिया।
इसके नतीजे लॉकडाउन खुलने के हफ्तेभर बाद दिखाई देने शुरू हुआ, कि मरीजों की संख्या में गिरावट आनी शुरू हो गई। सितंबर में 12 हजार एक्टिव मरीज थी, आज 8100 के करीब। अक्टूबर के 19 दिन में एक भी दिन 400 से अधिक मरीज नहीं मिले। अब तो 200 से कम भी मिल रहे है।