कीमत कम होने के बाद भी अधिक दरों में खरीदी गई मिडी बसों का मामला शुक्रवार को विधानसभा में गूंजा। विधायक अशोक लाहोटी ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से पूछा…मंत्री जी! आपकी सरकार में आपकी आंखों के सामने ही 25 लाख कीमत की बसें 40 लाख में खरीदी गईं।
इसमें तो बीजेपी का कोई दोष नहीं है। लो फ्लोर बसों को 17 रुपए प्रति किमी के हिसाब से भुगतान कर रहे हैं तो मिडी बसों को 36 रुपए प्रति किमी कर दिया गया। बसों के उद्घाटन के दिन जो अफसर सूट पहनकर आपके साथ फोटो खिंचवा रहा था, वह इसी चक्कर में शाम को पकड़ में आया।
लाहोटी ने कहा कि मैं एसीबी की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा। इस पूरे मामले भी जांच कराई जाए। उधर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि बसें वेंडर ने खरीदी हैं। इस पर लाहोटी का कहना था कि बसें वेंडर ने खरीदी हैं, लेकिन कीमत 40 लाख रुपए आंकी गई।
इसी हिसाब से बसों की खरीद पर जेसीटीएसएल ने सब्सिडी और प्रति किमी भुगतान की दरें निर्धारित की हैं। अगर बसों की कीमत कम होती, ताे उसी हिसाब से सब्सिडी और वीजीएफ दिया जाता। लो फ्लोर और मिडी बसों के वीजीएफ में करीब 19 रुपए का अंतर आ रहा है। बसों की खरीद में यही तो भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी मंत्री को जांच करानी चाहिए।Attachments area