स त्योहारी सीजन में कंज्यूमर स्पेंडिंग के बढ़ने की उम्मीद है। डेलॉयट ने ‘कंज्यूमरसिग्नल्स’ नाम की रिसर्च में बताया कि उसके सर्वे में शामिल 56% लोग फेस्टिव सीजन में एक्स्ट्रा खर्च करने के लिए तैयार हैं। कस्टमर्स इस दौरान उत्सव और लग्जरी की वस्तुओं की खरीददारी ज्यादा करेंगे।
इसके अलावा इस शॉर्ट टर्म (फेस्टिव सीजन) में कपड़े, पर्सनल केयर, सजावट के सामान और एंटरटेनमेंट की वस्तुओं की बिक्री ज्यादा होगी। साथ ही डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट बुकिंग में बढ़ोतरी से पता चलता है कि लोग घूमने पर भी ज्यादा खर्च करेंगे। इन सब से कंज्यूमर एस्पेंडिंग में अच्छी बढ़ोतरी होगी।
इकोनॉमी में पॉजिटिव ग्रोथ से खर्च बढ़े
डेलॉयट के पार्टनर और कंज्यूमर इंडस्ट्री लीडर राजीव सिंह ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी की पॉजिटिव ग्रोथ के चलते लोगों में प्रीमियम और लग्जरी वस्तुओं पर खर्च करने की आदत बढ़ी है।
उन्होंने बताया कि जरूरत के खर्चे से लग्जरी खर्चे की ओर कस्टमर्स का यह शिफ्ट कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी तक बढ़ गया है। इससे टियर-2 और टियर-3 शहरों के रिटेल, ऑटोमोटिव, ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी जैसे सेक्टर्स जुड़े लोगों को फायदा मिलेगा।
इस बार बीते साल से ज्यादा खर्च करेंगे 70% लोग: ग्लोबल टेक फर्म द ट्रेड डेस्क
ग्लोबल टेक फर्म द ट्रेड डेस्क की हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 70% भारतीय त्योहारों के सीजन में खर्च बढ़ाने के लिए तैयार हैं। ऐसे लोग पिछले साल के मुकाबले 35% ज्यादा हैं। इस उत्साह की वजह ये है कि सर्वे में शामिल 53% लोगों की माली हालत सुधरी है।
प्रोफेशनल सर्विसेज नेटवर्क डेलॉय और स्ट्रैट्जी कंसल्टिंग फर्म रेडसीर के मुताबिक, पिछले साल 45 दिन के त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं ने 3.2 लाख करोड़ रुपए खर्च किए थे। इस साल ये आंकड़ा करीब 25% बढ़कर 4 लाख करोड़ से ऊपर निकल सकता है। ये कोविड से पहले के मुकाबले 60% ज्यादा है। 2019 के त्योहारों में 2.5 लाख करोड़ रुपए खर्च हुए थे