केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना’ में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा. शाह ने कहा कि कोरोना वायरस (corona virus) वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल से सेना में भर्ती की प्रक्रिया बाधित हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए एक संवेदनशील फैसला किया है.
गृह मंत्री ने किया ट्वीट
इसको लेकर शाह ने ट्वीट (Amit Shah Tweet) किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि पिछले दो वर्ष में कोरोना वायरस महामारी के कारण सेना में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हुई, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं की चिंता करते हुए ‘अग्निपथ योजना’ के तहत पहले वर्ष में उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर इसे 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है.
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युवा होंगे लाभान्वित
उन्होंने ट्वीट किया कि इस निर्णय से बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे और वे ‘अग्निपथ’ योजना के माध्यम से देशसेवा और अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ेंगे. शाह ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया.
योजना का युवा कर रहे हैं विरोध
सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ ट्रेन में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों में आग लगाए जाने की घटनाओं के बीच सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है.