जनेवा : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद(UNHRC) में आज भारत और पाकिस्तान आमने सामने होंगे। दोनों देश आज परिषद के 42वें सत्र में बोलेंगे। पूरे विश्व में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को यहां उठाने की कोशिश करेगा। जेनेवा में सोमवार को शुरू हुई यह बैठक 27 सितंबर तक चलेगी।
पाकिस्तान की तरफ से उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस सत्र में कश्मीर में कथित मानवाधिकार हनन के आरोपों पर अपनी दलीलें देंगे। पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए भारत ने भी भरपूर तैयारी की है। गौरतलब है कि कश्मीर से भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान लगातार कथित मानवाधिकार हनन का हवाला देकर कश्मीर पर वैश्विक समुदाय का ध्यान आकर्षित कराना चाहता है। हालांकि, वह अब-तक इसमें नाकाम रहा है। भारत ने हर स्तर पर उसके झूठ को उजागर किया है।
पाकिस्तान के किसी भी प्रयास को विफल करने कोशिश
इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा किया जा रहा है, जिसका नेतृत्व विदेश मंत्रालय के पूर्वी क्षेत्र के सचिव विजय ठाकुर सिंह और पाकिस्तान में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया कर रहे हैं। भारत यूएनएचआरसी में कश्मीर मुद्दे का अंतरर्राष्ट्रीयकरण करने के पाकिस्तान के किसी भी प्रयास को विफल करने में लगा हुआ है। भारत ने दिल्ली में कई विदेशी दूतों को कश्मीर के ताजा हालात की जानकारी दी है।
मानवाधिकार हनन पर पाकिस्तान को घेरेगा भारत
जेनेवा में चल रहे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42 वां सत्र में भारत बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन का पोल खोलने की तैयारी में है। जहां यह सत्र चल रहा है वहां सामने पाकिस्तान में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में मानवाधिकारों के उल्लंघन को उजागर करने वाले पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं। यही नहीं वहां एक तम्बू भी लगाया गया है, जिसमें बलूच नरसंहार पर विशेष डाक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित किया जाएगा। तम्बू में कई बैठकें भी आयोजित होंगी।