केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने कंस्ट्रक्शन कंपनी सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी उनके दिल्ली स्थित आॅफिस से की गई है. सूत्रों ने बताया कि आरके अरोड़ा की गिरफ्तारी पीएमएलए के तहत की गई है. ईडी ने मंगलवार 27 जून को आरके अरोड़ा को समन जारी करते हुए पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनकी गिरफ्तारी की गई है.इस कार्रवाई के बाद ईडी की तरफ से अरोड़ा के परिजनों को गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है. आरके अरोड़ा बिल्डरों के संगठन नेरेडको के चेयरमैन भी हैं. बताया गया है कि सुपरटेक ऑफ कम्पनीज और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ पहले से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग अलग थानों में खरीददारों के साथ धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. इन्हीं मामलों के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच शुरू की थी. जांच में पाया गया था कि खरीददारों से फ्लैट्स के नाम पर मोटी रकम बसूली गई है.बताया गया है कि फ्लैट्स के नाम पर पैसे लेने के बाद उन्हें समय पर पजेशन नहीं दिया गया. प्रोजेक्ट के नाम पर बैंकों से लिए गए लोन का भी दुरुपयोग किया गया. इस तरह के करीब 1500 करोड़ के लोन एनपीए बन गए हैं. इन्हीं आरोपों पर ईडी उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी. पूछताछ में जब ईडी संतुष्ट नहीं हुई तो मंगलवार को आरके अरोड़ा की गिरफ्तारी कर ली गई.ईडी ने 12 अप्रैल को भी सुपरटेक और उनके निदेशकों की 40 करोड़ से अधिक की संपत्ति एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत कुर्क की थी. इन संपत्तियों में उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के माॅल, उत्तराखंड के रुद्रपुर में करीब 25 अचल संपत्तियां कुर्क की गई थीं.
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