नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 1893 में शिकागो में स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध संबोधन को याद किया, जिसमें हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति की प्रमुखता का प्रदर्शन किया गया था। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘शिकागो में स्वामी विवेकानंद के 1893 के प्रतिष्ठित भाषण को याद कर रहा हूं, जिसने भारतीय संस्कृति की प्रमुखता को खूबसूरती से प्रदर्शित किया। उनके भाषण की भावना में एक अधिक न्यायपूर्ण, समृद्ध और समावेशी दुनिया बनाने की क्षमता है।’
आज ही के दिन 1893 में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्व धर्म संसद में भाषण दिया था। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने वेदांत की अवधारणाओं और आदर्शों को पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया। विश्व धर्म संसद में अपने प्रसिद्ध भाषण के बाद स्वामी विवेकानंद पश्चिमी दुनिया में लोकप्रिय हो गए थे।
इसके अलावा किसानों के उत्कृष्ट प्रयासों और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश को नुआखाई जुहर के अवसर पर बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘नुआखाई जुहर! इस शुभ अवसर पर सभी को बधाई। नुआखाई पर हम अपने मेहनती किसानों के उत्कृष्ट प्रयासों और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका की सराहना करते हैं। मैं सभी के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण की कामना करता हूं।’
नुआखाई जुहर पश्चिमी ओडिशा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है। यह त्योहार चावल के नए मौसम के स्वागत के लिए मनाया जाता है। नुआखाई दो शब्दों से मिलकर बना है जो नए चावल खाने का प्रतीक है। ‘नुआ’ का अर्थ है चावल और ‘खाई’ का अर्थ है खाना।