51वीं K-9 वज्र हॉवित्जर तोप सेना में शामिल, रक्षा मंत्री ने लगाया तिलक; जानिए इसकी खासियत

0
181

नई दिल्ली: सेना में 51वीं के-9 वज्र हॉवित्जर तोप को शामिल किया गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तोप पर तिलक और स्वास्तिक बनाकर सेना में शामिल किया. इस दौरान वह तोप पर बैठकर फैक्ट्री में घूमे भी. के-9 वज्र-टी, एक स्वचलित हॉवित्जर तोप है. 50 टन वजनी इस तोप की मारक क्षमता 43 किमी तक है. यह किसी भी दिशा में वार कर सकती है. इसे नवंबर 2018 में सेना में शामिल किया गया था. आपको याद होगा जब रक्षा मंत्री फ्रांस गए थे तब भी उन्होंने रफाल विमान की शस्त्र पूजा की थी और रफाल पर ऊं बनाया था और टायर के नीचे नींबू भी रखा था.

50 टन की तोप पर हिंदुस्तान का तिलक
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की इन तस्वीरों को देखिए. इसी हॉवित्जर तोप की तरह की तरह हिंदुस्तान भी गर्व के साथ दुश्मन को सावधान कहता हुआ आगे बढ़ रहा है. 2017 में एलएंडटी कंपनी और रक्षा मंत्रालय में 4500 करोड़ का करार हुआ था जिसके तहत कंपनी सेना के लिए इस तरह की 100 तोप उपलब्ध कराएगी. रक्षा मंत्री ने तोप के ऊपर स्वास्तिक का निशान भी बनाया. राजनाथ सिंह ने तोप पर फूल भी चढ़ाए और नारियल भी फोड़ा. एलएंडटी साउथ कोरिया की हान्वा टेकविन के साथ मिलकर गुजरात के हजीरा प्लांट में यह तोप बना रही है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के तहत सरकार ने कई कदम उठाए हैं जो भविष्य में देश को हथियारों का निर्यातक बना देगा. सरकार ने लाइसेंस देने की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है. याद कीजिए इन तस्वीरों को जब रक्षा मंत्री फ्रांस गए थे। तब उन्होंने रफाल में उड़ान भरी थी. भारत अब अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर उस जरूरी साजो सामान से लैस होने जा रहा है. जो दुनिया में किसी महाशक्ति के पास हैं। पाकिस्तान इन तस्वीरों को देखकर सुधर जाए नहीं तो उसके लिए सबक तैयार है.

अबकी बार क्या K9 व्रज से ‘प्रहार’ होगा
आपको इस तोप की खासियत के बारे में बताते हैं. K9 व्रज में 52 KM तक की मारक क्षमता है. 15 सेकेंड में ये 3 गोले दाग सकती है. इसमें 47 किलो के गोले का इस्तेमाल होता है. K9 व्रज सड़क और रेगिस्तान में चलने में सक्षम है. सबसे खास बात ये है कि Multiple Rounds Simultaneous Impact से लैस है.. जिसकी वजह से K9 वज्र से अलग-अलग एंगल पर गोले दागे जा सकते हैं.