जम्मू कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज गुलाम कश्मीर के मुजफ्फराबाद में बड़ा जलसा करने वाले हैं। इस जलसे का मकसद कश्मीर में पाकिस्तान ने अब तक जो कुछ किया उसको आगे भी जारी रखना है। यह जलसा ऐसे समय में हो रहा है जब दो ही दिन पहले वहां के लोगों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। उनका आरोप था कि पाकिस्तान की सेना उन्हें जबरन एलओसी पर भेज रही है। इतना ही नहीं ये जलसा उस वक्त हो रहा है जबकि पाकिस्तान मान चुका है कि जम्मू कश्मीर भारत का ही हिस्सा है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले ये जानकारी सामने आई थी कि गुलाम कश्मीर में सैकड़ों की संख्या में आतंकी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए एकत्रित हो चुके हैं।
कुरैशी ने कहा था भारतीय राज्य कश्मीर
दरअसल, 10 सितंबर 2019 को यूएनएचआरसी (UMHRC) में शामिल हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सभी के बीच इस बातको माना था। उन्होंने इसमें शामिल सभी सदस्यों के सामने कहा ‘भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर’। यह उनका आधिकारिक बयान इसलिए भी था क्योंकि यह जिस जगह कहा गया उसकी एक अपनी अहमियत है। दूसरा यहां पर जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाने वाला पाकिस्तान ही था। तीसरी सबसे बड़ी बात ये भी है कि इस बयान के बाद पाकिस्तान की सरकार की तरफ से किसी ने भी इसको लेकर कुछ नहीं कहा। पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान जो आज मुजफ्फराबाद में जलसा करने वाले हैं उन्होंने भी इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया। हालांकि शाह के इस बयान पर पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल आ रखा है। टीवी चैनलों में इसको लेकर डिबेट चल रही है। डिबेट में इस बयान और इस पर इमरान खान की चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहेहैं।
पूर्व मंत्री ने खोली पाकिस्तान की पोल
पाकिस्तान के गृह मंत्री ब्रिगेडियर (रिटायर) एजाज अहमद शाह ने माना है कि उनका मुल्क आतंकियों पर बड़ी रकम खर्च करता है। टीवी पर एक चर्चा में एजाज ने कहा कि इमरान सरकार मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा को अरबों रुपये दे चुकी है। एजाज ने दावा किया कि यह रकम आतंकियों को मुख्यधारा में लाने के लिए खर्च की गई। शाह ने माना है कि कश्मीर मसले पर उनके मुल्क को किसी देश का साथ नहीं मिला। अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन पाने में विफलता हाथ लगी है। इसके लिए प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए एजाज ने उन्हें मुल्क की छवि खराब करने के लिए जिम्मेदार ठहराया।
पाक को हर जगह मायूसी लगी हाथ
आपको यहां पर बता दें कि इमरान खान ने जम्मू कश्मीर कश्मीर के मसले को पूरी दुनिया में उठाने की कोशिश की थी। लेकिन उनके हाथों में हर जगह से मायूसी ही लगी। इसके बाद भी वो अपनी कोशिशों को जारी रखे हुए हैं। इसी कोशिश के तहत वह शुक्रवार को मुजफ्फराबाद के जलसे को भी अंजाम दे रहे हैं। हर बार और हर मंच पर मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान इस बात को लेकर खुश हो रहा है कि उनकी यह मुहिम हर जगह सफल हो रही है। शुक्रवार को विदेश मंत्री शाह ने पार्लियामेंट में कहा कि इमरान खान इस मसले को संयुक्त राष्ट्र आम सभा में भी जोर शोर से उठाएंगे। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि यूरोपीयन यूनियन से लेकर दूसरे मुल्कों की संसद सदस्यों ने पाकिस्तान की जम्मू कश्मीर पर कही गई बातों को माना है। शाह का यह दावा इसलिए झूठ साबित हो रहा है क्योंकि फ्रांस समेत यूरोपीयन यूनियन के दूसरे देशों ने भी जम्मू कश्मीर पर लिए गए भारत के फैसले को पूरीतरह से अंदरुणी माना है।
यूं ही नहीं थामी इमरान ने चुप्पी
आपको यहां पर ये भी बता दें कि शाह के बयान पर इमरान यूं ही खामोश नहीं हुए हैं बल्कि इसके पीछे कुछ बड़ी वजह भी हैं। इनमें से पहली और सबसे बड़ी वजह तो यही है कि उनकी जम्मू कश्मीर पर कही गई बातों को दुनिया पूरी तरह से खारिज कर चुकी है। दूसरी बड़ी वजह ये भी है कि इमरान खान बेहद अच्छे से जानते हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। तीसरी वजह है गुलाम कश्मीर। गुलाम कश्मीर इसलिए क्योंकि भारत ने साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान से केवल और केवल जम्मू कश्मीर के उसी हिस्से पर बात करेगा जिसपर पाकिस्तान ने वर्षों से अवैध कब्जा किया हुआ है। वहीं भारत की तरफ से सेना प्रमुख ने यह कहकर उनकी परेशानी बढ़ा दी है कि सेना पीओके में किसी भी तरह के ऑपरेशन के लिए तैयार है।