रायपुर। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के उस बयान पर निशाना साधा है, जिसमें कहा गया था कि सरकार अगर आवेदन और निवेदन के बाद बात नहीं मानती है, तो ईंट से ईंट बजा देंगे। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन ने भाजपा नेताओं की भाषा पर आपत्ति जाहिर की। देवांगन ने कहा कि भाजपा नेता जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह टकराव की भाषा है। अगर हम भी कहने लगे कि ईंट का जवाब पत्थर से देंगे तो क्या होगा?
भाजपा नेताओं को दनादन करने का शौक है, तो दे दना दन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास दिल्ली जाएं क्योंकि बिजली में मूल्य वृद्धि के लिए मोदी सरकार ही जिम्मेदार है। देवांगन ने कहा कि हमारा सिर्फ एक ही एजेंडा है, पुरखों के सपनों के छत्तीसगढ़ का निर्माण, छत्तीसगढ़ का विकास, किसान मजदूर-व्यापारी सबकी खुशहाली हो। उन्होंने राज्य गठन के बाद भाजपा नेताओं के विवाद की याद दिलाते हुए कहा कि मोदी भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक बनकर रायपुर आए थे, तो उनके साथ यहां जो दे दना दन हुआ, उसे वे भूले भी नहीं होंगे।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत यदि दनादन करना चाहते हैं, तो दिल्ली जाकर दे दनादन करें। कैंडल मार्च निकालें। कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा के 15 साल के शासन में 90 फीसद की दर में इजाफा हुआ। यानी छह फीसद प्रति वर्ष। अब भाजपा नेता 1.1 फीसद प्रतिवर्ष शुल्क बढ़ाने वाली सरकार से ईंट से ईंट बजाने की बातें करके अपनी फितरत और चाल चरित्र प्रमाणित कर रहे हैं। बिजली बिल हाफ योजना के तहत जो बिजली दरें हैं, उसका भी 50 फीसद ही लिया जा रहा है। भाजपा को चुनौती है कि उस भाजपा शासित राज्य का नाम बताएं, जहां आम उपभोक्ता को छत्तीसगढ़ से सस्ती बिजली मिलती है।
दिशाहीन हो चुकी है भाजपा, बयान से उजागर हुआ चेहरा
गिरीश देवांगन ने कहा कि भाजपा की प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी कहती हैं कि विकास पर चुनाव लड़ेंगे, चेहरों पर नहीं। दो पूर्व मंत्री विकास के मुद्दे के बजाय ईंट से ईंट बजाने की बात करते हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा दिशाहीन हो चुकी है। छत्तीसगढ़ के हितों का विरोध, मजदूर, किसान, व्यापारी, ग्रामीण, शहरी नागरिकों के हितों का विरोध ही भाजपा का चरित्र बन चुका है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के कारण बिजली की दर बढ़ी है।