हजारों किसान और आदिवासी उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले से मुंबई की ओर मार्च कर रहे हैं। यह मार्च बुधवार को ठाणे जिले में प्रवेश कर गया। उन्होंने प्याज उत्पादकों को 600 रुपये प्रति क्विंटल की तत्काल वित्तीय राहत, 12 घंटे के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति और कृषि ऋण माफ करने सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में रविवार को डिंडोरी शहर से पैदल मार्च शुरू किया। किसान सोयाबीन, कपास और तूर की कीमतों में गिरावट को रोकने के उपायों और हाल की बेमौसम बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत देने की भी मांग कर रहे हैं।
माकपा विधायक विनोद निकोले ने बताया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा आयोजित मार्च मुंबई से सटे ठाणे जिले के कसारा शहर से होकर गुजरा है। निकोले ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के 20 मार्च को मुंबई पहुंचने की संभावना है। विधायक ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेगा।
महाराष्ट्र सरकार ने प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से बुरी तरह प्रभावित प्याज किसानों को 300 रुपये प्रति क्विंटल की अनुग्रह राशि देने की सोमवार को घोषणा की। महाराष्ट्र में प्याज की कीमतें गिर गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को उनकी उपज के लिए बहुत कम दाम मिल रहा है। नासिक जिला देश में प्याज की खेती का एक प्रमुख केंद्र है।
कल किसानों से मिलेंगे शिंदे-फडणवीस
इस बीच राज्य के मंत्री दादा भुसे और अतुल सावे ने किसान प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। महाराष्ट्र के मंत्री दादा भुसे ने कहा कि हमने उनके 14 मुद्दों पर चर्चा की। कई मुद्दों पर सहमति बनी। हमने विस्तार से चर्चा की। कई मामलों पर हमने अपनी स्वीकृति भी दी। हम सीपीआई और किसानों से मंत्रालय में सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलने का अनुरोध करते हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कल दोपहर तीन बजे मंत्रालय में किसानों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे।