नई दिल्ली। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सांसद विकास निधि से पैसा देने का एलान किया है। रविशंकर ने कहा कि वह अपनी सांसद विकास निधि से एक करोड़ रुपये जारी कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल के लिए अपनी सांसद विकास निधि से एक करोड़ रुपये जारी करने का फैसला लिया है। पटना जिला प्रशासन जरूरत के हिसाब से खर्च कर सकता है। कानून मंत्री लोकसभा में पटना साहिब का प्रतिनिधित्व करते हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में मदद के लिए अपना एक माह का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष को दान में दिया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष को एक महीने का वेतन दान में देने का फैसला लिया है। सभी लोगों से इस महामारी के खिलाफ संघर्ष में योगदान देने के लिए आगे आने की अपील है।
इस बीच, केरल से कांग्रेस के तीन सांसदों- राहुल गांधी, एके एंटनी और शशि थरूर ने सांसद विकास निधि का पैसा कोरोना से लड़ाई में लगाने का फैसला किया है। राहुल ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड क्षेत्र के लिए 2.66 करोड़ देने का फैसला किया है। तिरुअनंतपुरम से सांसद शशि थरूर और राज्यसभा के सदस्य एके एंटनी अपने गृह जिले अलप्पुझा में इतनी ही राशि खर्च करेंगे।
स्पीकर के बाद मंत्रियों व हस्तियों ने PM राहत कोष में दिया योगदान
केंद्रीय मंत्रियों ने कोरोना संकट से निपटने के लिए अपना एक महीने का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने की मुहिम शुरू की है। इसकी शुरुआत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने की थी। इसके उपरांत सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार भी इस मुहिम में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी अपनी सांसद निधि से पर्याप्त धन कोरोना पीड़ितों के इलाज में खर्च करने के लिए डीएम को पत्र लिखा है। निशंक ने राहत कोष में देने के साथ कहा है कि जरूरत पड़ी तो मैं व्यक्तिगत रूप से भी जनता की मदद के लिए जो भी बन पड़ेगा करूंगा।