सीएम श‍िवराज : केला सहित उद्यानिकी फसलों का होगा बीमा, छह लाख रुपये तक मिलेगी सहायता

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भोपाल, बुरहानपुर। ओलावृष्टि और अतिवर्षा से बुरहानपुर जिले में केले की फसल को हुए नुकसान से राहत देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को 41 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता सिंगल क्लिक के माध्यम से खाते में अंतरित की। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि केला सहित उद्यानिकी से संबंधित फसलों का भी बीमा करवाया जाए।

बुरहानपुर में तीन हजार छह सौ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में केले के फसल पूरी तरह नष्ट हो गई थी। अभी तक राजस्व पुस्तक परिपत्र में अधिकतम तीन लाख रुपये तक राहत राशि देने का प्रविधान था, जबकि केले की फसल में लागत अधिक आती है। इसे देखते हुए सरकार ने राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रविधान में संशोधन करके अधिकतम छह लाख रुपये तक राहत राशि देने का प्रविधान कर दिया है।

साथ ही प्रति हेक्टेयर दी जाने वाली राशि भी दोगुना कर दी है।इसके अनुसार ही किसानों के खातों में राशि अंतरित की गई।

वर्चुअली कार्यक्रम में शामिल हुए राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि बुरहानपुर में तीन हजार छह सौ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में केले की फसल प्रभावित हुई थी। चार हजार 261 किसानों को 41 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि दी जा रही है।

वहीं, मुख्यमंत्री ने प्रभावित किसानों के खातों में राशि अंतरित करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा से फसल को नुकसान होता है तो उसके दर्द का अंदाजा किसान ही लगा सकता है। केले की फसल में लागत बहुत लगती है। प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति के कारण किसान परेशान थे। बीमा भी नहीं हो पाया था।

इसे देखते हुए हमने राहत राशि दोगुनी कर दी है। किसानों को अब मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि भी चार के स्थान पर छह रुपये प्रतिवर्ष मिलेगी। सरकार बच्चों की फीस भरवाने से लेकर कई काम कर रही है। निश्शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने के साथ अब बुरहानपुर में प्रत्येक घर में नल से जल मिल रहा है। इससे देश में इसका नाम राशन हो रहा है। लाड़ली बहना योजना सशक्तीकरण की दिशा में उठाया कदम है। जिले में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए 67 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। संकट की घड़ी में हमेशा सरकार किसानों के साथ खड़ी है।

ज्ञात हो कि बीते माह बुरहानपुर जिले में आए आंधी तूफान और तेज वर्षा के कारण केले की फसल को भारी नुकसान हुआ था। इसके बाद से ही किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे थे। किसानों की मांग थी कि इस बार उन्हें मुआवजा राशि बढ़ाकर दी जाए। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने भोपाल पहुंच कर भी मुख्यमंत्री को केले की फसल को हुए नुकसान की जानकारी दी थी।