संवेदनशील शिवराज ने पेश की मिसाल

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सीएम शिवराज ने सीधी कांड के पीड़ित से मुलाकात की और दशमत रावत का पैर धोकर सम्मान किया. इस दौरान सीएम ने पीड़ित के साथ खाना भी खाया और चर्चा की…

“मेरे लिए दरिद्र ही नारायण है और जनता ही भगवान है। जनता की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है और हम यह मानते हैं कि हर इंसान में ही भगवान निवास करता है।

भाई दशमत के साथ अन्याय हुआ मेरा मन दर्द, पीड़ा और व्यथा से भर गया। इसलिए मैंने दशमत को यहां बुलाया क्योंकि मन गहरी वेदना से भरा हुआ था। मन में बहुत तकलीफ थी कि एक बहुत अमानवीय घटना हमारे भाई के साथ घटी मैं व्यथित था और मैं अंतरात्मा से मानता हूं गरीब ही हमारे लिए पूज्य है और उसका अपमान मतलब हम सबका अपमान है।

मन की व्यथा और पीड़ा कम करने के लिए मैंने आज दशमत को यहां बुलाया मैंने दशमत के पैर धोए, पानी माथे से लगाया। ताकि मेरी व्यथा और दर्द कम हो सके। मन में जो पीड़ा थी उस पीड़ा को मैं कम कर सकूं।

एक तरफ जिसने अन्याय किया उस को कड़ी सजा और जो अपराध करता है, अन्याय करता है उसका कोई धर्म नहीं होता, कोई जाति नहीं होती, कोई पार्टी नहीं होती।

इसलिए जिसने अन्याय किया उस को कड़ी सजा और जिसके साथ अन्याय हुआ उसको कलेजे से लगाकर उसकी पीड़ा भी कम करने की कोशिश…!

मैं प्रदेशवासियों से भी अपील करना चाहता हूं हम सभी के प्रति और विशेषकर, गरीबों के प्रति हमारे ऐसे भाई – बहनों के प्रति हम मानवीयता, करुणा, प्रेम, दया और संवेदना से भरे रहें।

क्योंकि एक ही चेतना के तो अंश हैं हम सब, उसी एक भगवान ने हम सभी को बनाया है तो इंसान – इंसान में कैसा भेद। हम कोई भेद ना करें, सम्मान और सुरक्षा गरीब के लिए भी जरूरी है आत्मसम्मान गरीब का भी है। उसको हम बनाए रखें और यह संदेश भी शासन और प्रशासन को, दशमत का पैर धोना चरण धोना एक संदेश भी है गरीबों के साथ में किस संवेदना के साथ उनकी सेवा करता हूं। कोई गड़बड़ करेगा तो उसे कठोरतम सजा मिलेगी।

ऐसे लोगों को भी यह संदेश है और जनता शासन-प्रशासन सभी को भी यही संदेश है कि गरीबों का सम्मान और उनका स्थान भी हम सुरक्षित रखें। दशमत मेरा साथी है, मेरा भाई है हर परिवार की जो जरूरतें होंगी, आवश्यकताएं होंगी उसका भी ध्यान रखेंगे। और उनके सम्मान और सुरक्षा की भी चिंता करेंगे।

मेरे मन में सहज भाव आया मैं कोई भगवान कृष्ण जैसा नहीं हूं लेकिन मुझे लगा मेरा भाई आया है तो मैं प्रेम से उसे गले लगाऊं और उसे सम्मान देने की कोशिश करूं यही भाव मेरे मन में था।

दो ही चीजें एक संदेश गरीब की इज्जत सबसे बड़ी है हमारे लिए और दूसरा कठोरतम दंड ताकि कोई ऐसी हिम्मत ना करें।”

मुख्यमंत्री ने दशमत से अनेक विषयों पर चर्चा की

क्या करते हो, घर चलाने के क्या साधन है, कौन कौन सी योजनाओं का लाभ मिल रहा है

बेटी लाड़ली लक्ष्मी है
पत्नी को लाड़ली बहना का लाभ मिल रहा है
आवास योजना का लाभ मिला है

बेटी को पढ़ाना है, बेटियां आगे बढ़ रही है

दशमत को मुख्यमंत्री ने सुदामा कहा,
दशमत तुम अब मेरे दोस्त हो

मुख्यमंत्री चौहान ने दशमत की पत्नी से फोन पर चर्चा कर परिवार का हाल जाना और घटना पर दुख व्यक्त किया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेशाब कांड के पीड़ित के पैर धोए हैं. उन्होंने पीड़ित को अपने भोपाल स्थित सरकारी आवास पर बुलाकर उनसे मुलाकत की. इस दौरान शिवराज सिंह ने घटना के लिए पीड़ित से माफी मांगी. मुख्यमंत्री ने पैर धोए, उनकी आरती उतारी और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.

इससे पहले, बुधवार को सीधी प्रशासन ने प्रवेश शुक्ला के घर बुलडोजर चलवाकर अवैध निर्माण को धराशायी कर दिया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रवेश शुक्ला पर एनएसए लगाए जाने की बात भी कही है. वीडियो सामने आने के बाद रात को ही पुलिस ने प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था. उस वक्त शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.